कांके अंचलाधिकारी जयकुमार राम की खोज तेज, प्राथमिकी दर्ज होने के बाद जांच में जुटी पुलिस
कहां है जमीन घोटाले से जुड़ा वकील सुजीत कुमार: बाबूलाल मरांडी
क्या यह सच है कि सुजीत कुमार को पिछले सात दिनों से बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के रांची पुलिस ने हिरासत में रखा है और मामले को दबाने की कोशिश हो रही है? अगर यह सच नहीं है, तो जब मैंने कुछ दिन पहले यह सवाल उठाया था तो रांची पुलिस की ओर से कोई खंडन क्यों नहीं आया: बाबूलाल मरांडी
रांची: पेयजल और स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी के बीच कांके अंचलाधिकारी जयकुमार राम का लापता होने की खबर है. परिजनों की ओर अगवा की आशंका व्यक्त करते हुए कांके थाना में प्राथमिकी भी दर्ज करवायी गयी है. जिसके बाद यह मामला तूल पकड़ने लगा है. जयकुमार राम का नाम जमीन कारोबारी कमलेश कुमार सिंह के साथ भी उछलता रहा है. कमलेश कुमार सिंह के उपर कांके क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध तरीके जमीन का दस्तावेज का तैयार कर बिक्री करने का आरोप है. पिछले दिनों जयकुमार राम ने इस मामले में पीएमएलए कोर्ट में सरेंडर किया था. जिसके बाद जमानत मिली थी. लेकिन इस जमानत के बावजूद भी ईडी की तलवार लटक रही थी. इसी बीच अचानक से कार्यालय से गायब होना,कई कयासों को बल दे रहा है.
कहां है जमीन घोटाले से जुड़ा वकील सुजीत कुमार: बाबूलाल मरांडी
फिलहाल प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है. इसी बीच पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा है कि “ मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी, झारखंड में ज़मीन घोटाले से जुड़े वकील सुजीत कुमार, ज़मीन कारोबारी संजीव पांडेय और कुछ अंचल अधिकारियों के संदर्भ में मेरे पास आपके लिए कुछ सवाल हैं:
1.क्या यह सच है कि सुजीत कुमार को पिछले सात दिनों से बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के रांची पुलिस ने हिरासत में रखा है और मामले को दबाने की कोशिश हो रही है? अगर यह सच नहीं है, तो जब मैंने कुछ दिन पहले यह सवाल उठाया था तो रांची पुलिस की ओर से कोई खंडन क्यों नहीं आया?
2.अब तक की जानकारी के अनुसार, यह सामने आया है कि अंचल अधिकारियों ने करोड़ों रुपये इस दलाल वकील को दिए हैं। तो सवाल उठता है कि अंचल अधिकारियों के पास इतनी बड़ी राशि आई कहाँ से? क्या यह मेरे द्वारा उठाए गए आरोपों की पुष्टि नहीं करता कि झारखंड में ख़ासकर राजधानी रॉंची में अरबों रुपये का ज़मीन घोटाला हुआ है?
3.अगर अंचल अधिकारियों ने केस मैनेज करने के नाम पर करोड़ों रुपये एक दलाल को दिए, तो आपकी सरकार ने अब तक किसी अंचल अधिकारी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया?
4.क्या वजह है कि रांची पुलिस द्वारा सात दिनों तक मामले को गोल-गोल घुमाने के बाद अब इसे सीआईडी या एसीबी को सौंपने की तैयारी हो रही है ताकि मामले को आराम से लबें समय तक लटकाया-भटकाया जा सके? क्या यह सही नहीं है कि इस पूरे मामले को एक नया मोड़ देकर दोषी बेईमान अफ़सरों को बचा लेने की साजिश रची जा रही है?
5.आप मुख्यमंत्री हैं, गृह मंत्रालय आपके पास है। इतने बड़े घोटाले के मामले में आपकी खामोशी को कैसे समझा जाए? इन सवालों पर आपकी स्पष्ट प्रतिक्रिया की अपेक्षा है
मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी,
— Babulal Marandi (@yourBabulal) October 14, 2024
झारखंड में ज़मीन घोटाले से जुड़े वकील सुजीत कुमार, ज़मीन कारोबारी संजीव पांडेय और कुछ अंचल अधिकारियों के संदर्भ में मेरे पास आपके लिए कुछ सवाल हैं:
1.क्या यह सच है कि सुजीत कुमार को पिछले सात दिनों से बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के रांची पुलिस ने…