रघुवर दास के खिलाफ झामुमो का बड़ा आरोप, छत्तीसगढ़ से परिजनों को लाकर टाटा में नौकरी दिलवाने का दावा
स्थानीय कंपनियोंं ने झारखंडियों के लिए 75 फीसदी आरक्षण
हेमंत सरकार ने झारखंड में स्थित कार्यरत बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए 75 फीसदी नौकरी स्थानीय युवाओं को देने का कानून बनाया था. जिसके विरोध में पीआईएल दायर किया गया था. अब इस चुनावी संग्राम के बीच झामुमो इस मामले को उछाल कर भाजपा को घेरने की कोशिश कर रही है.
रांची: चुनावी सरगर्मी के बीच झामुमो ने रघुवर दास के खिलाफ एक बार फिर से मोर्चा खोल दिया है, झामुमो का दावा है कि रघुवर दास ने छतीसगढ़ से अपने परिजनों को थोक भाव में लाकर टाटा कंपनी में नौकरी दिलवाया, जिसके कारण झारखंडी युवाओं की हकमारी हुई. अपने एक्स एकाउंट पर पूर्व सीएम रघुवर दास के खिलाफ आरोपों की बौछार करते हुए झामुमो ने लिखा है कि “ये हमारा नहीं भाजपा के आम कार्यकर्ताओं की लिस्ट है। रघुबर दास जी ने हाथी उड़ाने के साथ सिर्फ़ और सिर्फ़ बाहरियों को बहुत तरीक़े से Tata कंपनी में बसाने का कार्य किया है। - आख़िर भाजपा झारखंडियों को अपना क्यों नहीं मानती? आख़िर वे हमें सिर्फ़ और सिर्फ़ लूटने का कार्य क्यों करते हैं ? जब हमने निजी कंपनियों में झारखंडियों के लिए 75% आरक्षण लगाया तो विरोध किसने किया? PIL किसने लगाया?
ये हमारा नहीं भाजपा के आम कार्यकर्ताओं की लिस्ट है।
— Jharkhand Mukti Morcha (@JmmJharkhand) November 1, 2024
रघुबर दास जी ने हाथी उड़ाने के साथ सिर्फ़ और सिर्फ़ बाहरियों को बहुत तरीक़े से Tata कंपनी में बसाने का कार्य किया है।
- आख़िर भाजपा झारखंडियों को अपना क्यों नहीं मानती ?
- आख़िर वे हमें सिर्फ़ और सिर्फ़ लूटने का कार्य… pic.twitter.com/1o5zMWB4zD
स्थानीय कंपनियोंं ने झारखंडियों के लिए 75 फीसदी आरक्षण
आपको बता दें कि हेमंत सरकार ने झारखंड में स्थित कार्यरत बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए 75 फीसदी नौकरी स्थानीय युवाओं को देने का कानून बनाया था. जिसके विरोध में पीआईएल दायर किया गया था. अब इस चुनावी संग्राम के बीच झामुमो इस मामले को उछाल कर भाजपा को घेरने की कोशिश कर रही है.