आदिवासी, मूलवासी, किसान और ग्रामीण विरोधी अबुआ सरकार की सोच बजट में दिखती है: प्रतुल शाहदेव
बोले, बजट लीक होने की आशंका पर सरकार खामोश क्यों?

प्रतुल ने कहा ऐसा बहुत कम होता है कि मुख्यमंत्री 45% बजट की कुल राशि अपने पास रख ले। यानी लगभग आधा बजट उनके पास है। इसका साफ संदेश है कि उन्हें अपने बाकी मंत्रियों पर भरोसा नहीं। झारखंड मुक्ति मोर्चा के मंत्रियों के कोटे में लगभग 70% बजट का हिस्सा गया है।
रांची: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि अबुआ सरकार आदिवासी, मूलवासी, ग्रामीण और किसान विरोधी सोच वाली सरकार है। 2024-25 के बजट की तुलना में वर्तमान बजट में बड़ी कटौतियां की गई। वर्ष 2025-26 के बजट में किसानों से जुड़े कृषि विभाग के बजट में 700 करोड़ रुपयों की बड़ी कटौती की गई। इसके अतिरिक्त मत्स्य , डेयरी विभागों में भी कटौतियां की गई। गरीबों को अन्न पहुंचने वाले खाद्य आपूर्ति विभाग में और स्वास्थ्य विभाग में की गई कटौती समझ से पड़े हैं। ऐसा लगता है शिक्षा भी सरकार के फोकस में नहीं है। तभी तकनीकी, उच्च ,सेकेंडरी और प्राथमिक शिक्षा के भी बजट को घटा दिया गया है।सरकार का फोकस उद्योगों पर भी नहीं है।इसलिए उद्योग विभाग के बजट में भी कटौती की गई है।

मुख्यमंत्री को दूसरे मंत्रियों पर भरोसा नहीं, 45% राशि खुद रख ली
प्रतुल ने कहा ऐसा बहुत कम होता है कि मुख्यमंत्री 45% बजट की कुल राशि अपने पास रख ले। यानी लगभग आधा बजट उनके पास है। इसका साफ संदेश है कि उन्हें अपने बाकी मंत्रियों पर भरोसा नहीं। झारखंड मुक्ति मोर्चा के मंत्रियों के कोटे में लगभग 70% बजट का हिस्सा गया है। सरकार में पिछलग्गू बन बैठी कांग्रेस को सिर्फ 26% बजट में हिस्सा मिला है।दअरसल यह महागठबंधन सरकार का बजट न होकर झामुमो का बजट प्रतीत होता है।
बजट लीक होने की आशंका पर सरकार खामोश क्यों?
प्रतुल ने कहा कि कांग्रेस के प्रवक्ता का बजट पेश होने के पहले ही बजट की बारीकियां की जानकारी के मुद्दे पर सरकार खामोश है।जाहिर है सरकार बचाव कर रही है।ये संजोग नहीं हो सकता कि कांग्रेस के प्रवक्ता का बजट की बारीकी पर दिया गया बयान और बजट का वास्तविक आकार बिल्कुल समान निकला