पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी की सुरक्षा हटी, निजी सुरक्षाकर्मी चल रहे साथ, सरकार पर लगाया साजिश का आरोप
पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता केएन त्रिपाठी की सुरक्षा की जिम्मेदारी से राज्य सरकार ने हाथ खींच लिया है। सुरक्षा कर्मियों के साथ हुए विवाद के बाद से केएन त्रिपाठी की सुरक्षा में अब कोई भी पुलिसकर्मी नहीं है। अब उनकी सुरक्षा कार्यकर्ताओं के जिमे है। केएन त्रिपाठी संभवत राज्य के ऐसे पहले पूर्व मंत्री हैं जिनकी सुरक्षा में कोई पुलिसकर्मी तैनात नहीं है।

पिछले दिनों एक साजिश के तहत मुझ पर सुरक्षाकर्मियों से मारपीट करने का आरोप लगाया गया। सुरक्षाकर्मियों ने मेरे ऊपर हरिजन एक्ट सहित अन्य मुकदमे दायर किए। यह सब साजिश का हिस्सा था।
निजी सुरक्षाकर्मियों के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोई सुरक्षा कर्मी नहीं है। यह कांग्रेसी कार्यकर्ता हैं, और खुद हमारी सुरक्षा में लगे। डाल्टनगंज क्षेत्र की जनता ही भाग्य विधाता है और सुरक्षा की जिम्मेदारी जनता पर ही है। मैं किसी से डरने वाला नहीं हूं। मेरे साथ कार्यकर्ता ही साथ चलते हैं और इसके लिए मैं कोई भुगतान नहीं करता। अपनी स्वेच्छा से कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ता हथियार लेकर मेरे साथ चलते हैं।
उन्होंने कहा कि केएन त्रिपाठी की आवाज दबने वाली नहीं है। वह गलत कार्यों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते रहेंगे । सरकार ने मेरी सुरक्षा क्यों हटाई ? मेरे साथ क्यों साजिश की गई इसका जवाब सरकार को देना चाहिए।
