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आर्टिकल  राष्ट्रीय  पर्यावरण 

केरल भूस्खलन: जलवायु परिवर्तन से बढ़ी आपदा की तीव्रता, विशेषज्ञों ने दी कठोर मूल्यांकन की सलाह

केरल भूस्खलन: जलवायु परिवर्तन से बढ़ी आपदा की तीव्रता, विशेषज्ञों ने दी कठोर मूल्यांकन की सलाह केरल के वायनाड जिले में हाल ही में हुए घातक भूस्खलनों की मुख्य वजह बनी भारी बारिश, जिसे मानव-जनित जलवायु परिवर्तन ने 10% अधिक तीव्र बना दिया था। वर्ल्ड वेदर एट्रीब्यूशन (डब्ल्यूडब्ल्यूए) के प्रमुख वैज्ञानिकों द्वारा की गई एक त्वरित...
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आर्टिकल  राष्ट्रीय  पर्यावरण 

वायनाड त्रासदी: जलवायु परिवर्तन की नज़र से  

 वायनाड त्रासदी:  जलवायु परिवर्तन की नज़र से   वर्षा के ये विशेषताएँ, अन्य मेटेरोलॉजिकल कारणों के अलावा, जैसे जलवायु परिवर्तन और अनियोजित विकास, को इस विनाशकारी भूस्खलन के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
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राज्य  आर्टिकल  कोडरमा  झारखण्ड  महिला 

कोडरमा: आम से लेकर ख़ास के दिलों में राज करती हैं नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ संगीता!

कोडरमा: आम से लेकर ख़ास के दिलों में राज करती हैं नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ संगीता! संगीता प्रसाद विगत लगभग 20 वर्षों से कोडरमा जिले के विख्यात शहर झुमरी तिलैया के पानी टंकी रोड स्थित रोटरी क्लब द्वारा संचालित रोटरी आई हॉस्पीटल में 20 वर्षों से जुडी हैं और अपनी सेवा दे रही हैं। 
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आर्टिकल  पर्यावरण 

वायु प्रदूषण दुनिया में होने वाली मौतों का दूसरा सबसे बड़ा कारण

वायु प्रदूषण दुनिया में होने वाली मौतों का दूसरा सबसे बड़ा कारण साल 2021 में वायु प्रदूषण की वजह से 81 लाख लोगों की मौत हुई थी। इसके चलते यह तम्बाकू और शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पछाड़कर दुनिया में मौतों का दूसरा सबसे बड़ा जोखिम बन गया है।
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राज्य  आर्टिकल  रांची  झारखण्ड  ऊर्जा 

झारखंड: देश में एनर्जी ट्रांज़िशन की सफलता के लिए झारखंड के क्रिटिकल मिनरल्स की भूमिका निर्णायक

झारखंड: देश में एनर्जी ट्रांज़िशन की सफलता के लिए झारखंड के क्रिटिकल मिनरल्स की भूमिका निर्णायक मुख्य बिंदु अन्य राज्यों के मुकाबले यहां सबसे ज्यादा 12 महत्वपूर्ण खनिजों की उपस्थिति अक्षय ऊर्जा प्रणालियों, उच्च तकनीक के अनुप्रयोगों, इलेक्ट्रिक वाहनों और एनर्जी स्टोरेज उपकरणों के उत्पादन के लिए बेहद अहम झारखंड में क्रिटिकल मिनरल्स की रणनीतिक भूमिका...
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आर्टिकल  पर्यावरण 

एक तिहाई भोजन पैदा करने वाले किसानों को क्लाइमेट फाइनेंस का मिलता है मात्र 0.3 प्रतिशत

एक तिहाई भोजन पैदा करने वाले किसानों को क्लाइमेट फाइनेंस का मिलता है मात्र 0.3 प्रतिशत दुनिया में उत्‍पादित कुल भोजन के एक तिहाई हिस्‍से का उत्‍पादन करने वाले लघु स्‍तरीय किसानों को अंतरराष्‍ट्रीय क्लाइमेट फाइनेंस या जलवायु वित्‍त का महज 0.3 प्रतिशत हिस्सा ही नसीब होता है। इस बात का पता चलता है दुनिया के...
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आर्टिकल  पर्यावरण 

वार्मिंग को 2.5-2.9°C तक रोकने के लिए मौजूदा से अधिक प्रयास ज़रूरी

वार्मिंग को 2.5-2.9°C तक रोकने के लिए मौजूदा से अधिक प्रयास ज़रूरी एक कड़ी चेतावनी देते हुए, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) की नवीनतम एमिशन गैप रिपोर्ट दुनिया के तमाम देशों के लिए वर्तमान पेरिस समझौते के वादों से परे अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं को बढ़ाने की अनिवार्यता को साफ़ करती है। ऐसा...
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बड़ी खबर  आर्टिकल  पर्यावरण 

प्रदूषण व बर्थ डिफेक्ट्स : सिर्फ़ सर्दियों में नहीं, साल भर जनसहभागिता के साथ कार्यवाही ज़रूरी

प्रदूषण व बर्थ डिफेक्ट्स : सिर्फ़ सर्दियों में नहीं, साल भर जनसहभागिता के साथ कार्यवाही ज़रूरी दीपमाला पाण्डेय आजकल उत्तर भारत में एयर पॉल्यूशन, एक्यूआई, स्मोग टावर, पराली, ऑड ईवन फॉर्मूला आदि काफ़ी चर्चा में है। पिछले कुछ सालों से हर साल सर्दियों में यह सब शब्द चर्चा का केंद्र बनने लगते हैं और एक दो...
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आर्टिकल  ऊर्जा 

साल 2030 तक सड़कों पर 10 गुना इलैक्ट्रिक कारें आउटलुक : वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक 2023  

साल 2030 तक सड़कों पर 10 गुना इलैक्ट्रिक कारें आउटलुक : वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक 2023   ऊर्जा जगत में साल 2030  तक बहुत कुछ बदलने वाला है। और यह बदलाव होगा मौजूदा नीतियों के चलते। वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक की ताज़ा रिपोर्ट की मानें तो आने वाले कुछ सालों में सड़कों पर लगभग 10  गुना अधिक,...
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बड़ी खबर  आर्टिकल  पर्यावरण 

सस्टेनेबिलिटी और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों की पत्रकारों में बेहतर समझ ज़रूरी

सस्टेनेबिलिटी और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों की पत्रकारों में बेहतर समझ ज़रूरी    जिस रफ्तार से जलवायु परिवर्तन और सस्टेनेबिलिटी जैसे मुद्दों की प्रासंगिकता बढ़ रही है और आमजन में उसके प्रति रुचि बढ़ रही है, उसके चलते अब पत्रकारों पर ज़िम्मेदारी बढ़ रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन विषयों पर जानकारी को...
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बड़ी खबर  आर्टिकल  पर्यावरण 

भीषण गर्मी से आपके बच्चे का बुढ़ापा हो सकता है ख़राब

भीषण गर्मी से आपके बच्चे का बुढ़ापा हो सकता है ख़राब इस नए शोध की मानें तो जलवायु परिवर्तन और भीषण गर्मी आपके बच्चे का बुढ़ापा खराब कर सकती है। अगर आप कल की किसी ऐसी संभावना से बचना चाहते हैं तो आपको आज कुछ करना होगा। जलवायु परिवर्तन तो प्रकृतिक...
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आर्टिकल  पर्यावरण 

2035 तक रोजाना 100 कोयला कामगारों की नौकरी जाने का संकट : GEM रिपोर्ट

2035 तक रोजाना 100 कोयला कामगारों की नौकरी जाने का संकट : GEM रिपोर्ट 2035 तक और फिर 2050 तक कोयला उद्योग बड़े बदलाव से गुजरेगा। एनर्जी ट्रांजिशन की प्रक्रिया के दौरान कोयला खदानों के बंद होने से भारत में बड़ी संख्या में इस उद्योग में नौकरियों का संकट उत्पन्न हो सकता है। कोयला...
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