झारखंड में पांच JPS अधिकारियों को IPS पदोन्नति, तीन के नाम प्रोविजनल लिस्ट में दर्ज
झारखंड कैडर में बड़ा बदलाव
रांची: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने झारखंड पुलिस सेवा (JPS) के पांच वरिष्ठ अधिकारियों को भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में औपचारिक रूप से प्रोन्नति देने की अधिसूचना जारी की है। इस ऐतिहासिक फैसले के साथ ही, तीन अन्य योग्य अधिकारियों का नाम शर्तों के साथ प्रोविजनल सूची में शामिल किया गया है। यह निर्णय जारी 8 दिसंबर 2025 को यूपीएससी की बैठक के बाद लिया गया है, जो झारखंड की पुलिस सेवा के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होने वाला है।
UPSC की महत्वपूर्ण बैठक और निर्णय प्रक्रिया

पक्की नियुक्ति पाने वाले 5 अधिकारी
गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आधिकारिक आदेश में निम्नलिखित पांच अधिकारियों को IPS में स्थायी पदोन्नति दी गई है:
दीपक कुमार: उन्हें 2022 की रिक्ति के आधार पर IPS में प्रोन्नति दी गई है। वर्तमान में वे जैप-5 देवघर में प्रभारी समादेष्टा के पद पर कार्यरत हैं और उनकी सेवाओं को काफी सराहा गया है।
मंजरूल होदा: उन्हें 2023 की वेकेंसी के आधार पर प्रोन्नति मिली है। ये जैप-8 लेस्लीगंज पलामू में वरिष्ठ डीएसपी के पद पर सेवारत हैं और उनके पास पुलिस प्रशासन में दशकों का अनुभव है।
राजेश कुमार: झारखंड जगुआर में एडिशनल डीएसपी के रूप में कार्यरत राजेश कुमार को भी 2023 की रिक्ति में से प्रोन्नति दी गई है।
रौशन गुड़िया: झारखंड पुलिस अकादमी हजारीबाग में एडिशनल डीएसपी के पद पर कार्यरत रौशन गुड़िया को भी 2023 की वेकेंसी से प्रोन्नति मिली है।
श्रीराम समद: सीसीआर (Crime Criminal Record) विभाग में एडिशनल डीएसपी के रूप में सेवा प्रदान करने वाले श्रीराम समद भी इस प्रोन्नति की घोषणा में शामिल हैं।
शर्तों के साथ प्रोविजनल सूची में शामिल 3 अधिकारी
तीन योग्य अधिकारियों का नाम प्रोविजनल सूची में इस शर्त के साथ रखा गया है कि उन्हें औपचारिक प्रोन्नति तभी मिलेगी जब वे अपने विरुद्ध चल रहे आपराधिक मामलों में अदालत द्वारा निर्दोष साबित हो जाएं और साथ ही झारखंड राज्य सरकार से ईमानदारी का प्रमाणपत्र (Integrity Certificate) प्राप्त कर लें।
शिवेंद्र: चाईबासा में डीएसपी मुख्यालय के पद पर तैनात शिवेंद्र को प्रोविजनल सूची में शामिल किया गया है। उनके विरुद्ध कानूनी मामलों के निपटारे के बाद उन्हें पूर्ण प्रोन्नति मिलेगी।
राधा प्रेम किशोर: विशेष शाखा में डीएसपी के पद पर कार्यरत राधा प्रेम किशोर का भी नाम शर्तों के साथ सूची में रखा गया है। उनके कानूनी मामलों के समाधान के बाद ही उन्हें अंतिम मंजूरी दी जाएगी।
मुकेश कुमार महतो: पदस्थापन की प्रतीक्षा में रहे मुकेश कुमार महतो का नाम भी प्रोविजनल सूची में है। उन्हें भी कानूनी प्रक्रियाओं के पूर्ण होने के बाद ही स्थायी प्रोन्नति मिलेगी।
प्रोन्नति से जुड़ी अतिरिक्त जानकारी
इस प्रोन्नति प्रक्रिया में 2020 की चयन सूची से भी एक अधिकारी को शामिल किया गया है। अविनाश कुमार, जो वर्तमान में जैप-2 टाटीसिलवे में एडिशनल डीएसपी के पद पर कार्यरत हैं, को 2020 बैच की IPS में शामिल किया गया है। उनकी प्रोन्नति का निर्णय भी नवंबर की UPSC बैठक में लिया गया था और अब आधिकारिक घोषणा कर दी गई है।
प्रभाव और महत्व
यह पदोन्नति झारखंड पुलिस सेवा के लिए एक ऐतिहासिक फैसला है। राज्य में पुलिस प्रशासन में नई ताजगी आएगी और अनुभवी अधिकारियों के नेतृत्व में बेहतर कानून व्यवस्था सुनिश्चित होगी। ये सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए जाने जाते हैं। उनकी प्रोन्नति से राज्य की पुलिस बल में मनोबल बढ़ेगा और अन्य अधिकारियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
राज्य पुलिस विभाग में खुशी का माहौल
इस निर्णय के बाद झारखंड पुलिस सेवा में उत्साह और खुशी का माहौल व्याप्त है। कई अधिकारियों के लिए IPS बनने का रास्ता खुल गया है, जबकि प्रोविजनल सूची में आए अधिकारियों को अब अपने कानूनी मामलों के समाधान का इंतजार है। भविष्य में और भी अधिकारियों को प्रोन्नति मिलने की संभावना है, जिससे राज्य की पुलिस सेवा में क्रमिक सुधार होगा।
सुजीत सिन्हा, 'समृद्ध झारखंड' की संपादकीय टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जहाँ वे "सीनियर टेक्निकल एडिटर" और "न्यूज़ सब-एडिटर" के रूप में कार्यरत हैं। सुजीत झारखण्ड के गिरिडीह के रहने वालें हैं।
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