बाबा साहेब का अपमान और राहुल गांधी के फर्जी FIR पर कांग्रेस ने निकाला विरोध मार्च
भाजपा की पूरी नीति झूठ, फरेब एवं छल प्रपंच पर टिकी हुई: केशव महतो कमलेश
केशव महतो कमलेश ने कहा कि भाजपा की पूरी नीति झूठ, फरेब, छल प्रपंच पर टिकी हुई है और इसी का सहारा लेकर पूरे देश की जनता को लगातार धोखा दे रही है भारत रत्न बाबा साहब का अपमान करने वाले गृहमंत्री के खिलाफ कांग्रेस का शांतिपूर्ण प्रदर्शन भाजपा को पसंद नहीं आया.
रांची: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर भाजपा नेताओं द्वारा दर्ज कराए गए झूठे मुकदमे के विरोध में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने आक्रोशपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया. इस क्रम में कांग्रेस जनों ने कांग्रेस भवन से अल्बर्ट एक्का चौक तक विरोध मार्च निकाला.
इस अवसर पर अपने संबोधन में केशव महतो कमलेश ने कहा कि भाजपा की पूरी नीति झूठ, फरेब, छल प्रपंच पर टिकी हुई है और इसी का सहारा लेकर पूरे देश की जनता को लगातार धोखा दे रही है भारत रत्न बाबा साहब का अपमान करने वाले गृहमंत्री के खिलाफ कांग्रेस का शांतिपूर्ण प्रदर्शन भाजपा को पसंद नहीं आया. जनता के चुने हुए विपक्ष के जन प्रतिनिधियों को भाजपा के सांसदों ने सत्ता के घमंड में संसद के अंदर प्रवेश करने से रोका, जिस पर कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में लोकतांत्रिक ढंग से विरोध कर रही थी परंतु नाटक बाजी करते हुए भाजपा नेताओं ने फर्जी ड्रामा किया और इसी ड्रामा के तहत झूठा मामला बनाकर राहुल गांधी पर झूठा मुकदमा दर्ज कराया.
उन्होंने कहा कि बाबा साहब के अपमान से पूरा देश का अपमान है और इसी से ध्यान हटाने के लिए भाजपा ने सियासी ड्रामा रचा है लेकिन भाजपा के ड्रामे से कांग्रेस पीछे हटने वाली नहीं है. बाबा साहेब के अपमान का विरोध पुरजोर तरीके से किया जाएगा. कांग्रेस का इतिहास 125 वर्षों से ज्यादा का है और कांग्रेस की बुनियाद, आंदोलन पर ही टिकी हुई है. इस देश के नागरिकों को अधिकार देने वाले संविधान के शिल्पकार बाबा साहब के सपनों को कुचलने की मंशा रखने वाली भाजपा को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.
कांग्रेस विधायक दल के उप नेता राजेश कच्छप ने कहा कि देश के सबसे बड़े पंचायत में भाजपा के कुछ चिरकुट नेता भी उपस्थित है. वीडियो फुटेज और सांसद के बयान से साफ है कि राहुल गांधी निर्दोष हैं. अडानी प्रकरण और युवाओं को रोजगार से भटकाने की यह भाजपा की साजिश है. राहुल गांधी संविधान को बचाने और देश को जोड़ने के लिए पूरे देश की यात्रा करते हैं और उन पर झूठा मुकदमा किया जा रहा है, यह सिर्फ कांग्रेस का अपमान नहीं बल्कि न्याय का अपमान है. देश, तानाशाही से नहीं लोकतंत्र से चलेगा.
पूर्व वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा अमित शाह को देश की जनता से बाबा साहब का अपमान करने के लिए माफी मांगनी होगी. झूठ और फर्जी मुकदमे कर कर भाजपा कांग्रेस को डरा नहीं सकती. राहुल गांधी देश की जनता के विश्वास का मजबूत स्तंभ है, जनता के अधिकारों की रक्षा करने के लिए सदैव तत्पर एक प्रहरी है,इनके नेतृत्व में जन-अधिकारों, मान-सम्मान के लिए संघर्ष जारी रहेगा.
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी के ऊपर मुकदमा दर्ज करना संसदीय इतिहास का काला दिन है. गोडसे के कदमों पर चलने वाली भाजपा की निचता किस हद तक गिर सकती है. जिस तरह से राहुल गांधी के ऊपर हत्या का प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया है, उससे हमें आशंका है कि इलाजरत सांसद की हत्या भी भाजपा कर सकती है ताकि फर्जी मुकदमे को सच में बदल सके. इलाजरत सांसद को कड़ी सुरक्षा की आवश्यकता है. गोडसे जैसे हिंसात्मक विचार रखने वाली भाजपा ऐसे कृत्यों को अंजाम दे सकती है. भाजपा झूठ को आफवाहों के द्वारा सच साबित करने की कोशिश करती है. भाजपा सांसद के स्पष्ट बयान के बाद भी मुकदमा दर्ज करना उनकी गिरी मानसिकता को दर्शाता है. बाबा साहब का अपमान हिंदुस्तान नहीं सहेगा. जिसने हमें संविधान दिया लोकतंत्र की जड़े मजबूत रखने का रास्ता दिखाया उन्हें अपमानित कर भाजपा आरएसएस को गुरु दक्षिणा देना चाहती है. जिस नाम के आगे गांधी शब्द जुड़ा हुआ है वह हिंसा नहीं कर सकता. हिंसा गोडसे के चेले करते हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि भाजपा झूठ की दुकान है. बाबा साहब के अपमान के मुद्दे से जनता का ध्यान भटकाने के लिए सारा खेल खेला जा रहा है, कांग्रेस को बदनाम करने की साजिश हो रही है. जनता सच जानना चाहती है, जबकि भाजपा नेता हमेशा सच का सामना करने से भागते हैं. संसद के चप्पे चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, अगर भाजपा नेताओं में दम है तो सीसीटीवी फुटेज जारी कर सच्चाई को जनता के सामने लाए. भाजपा ऐसा नहीं करेगी क्योंकि इससे भाजपा के झूठ का पर्दाफाश हो जाएगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के चेहरे पर कालिख पुत जाएगी. अगर अमित शाह में जरा सी भी नैतिकता बची है उन्हें अविलंब इस्तीफा देना चाहिए.
विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में मुख्य रूप से केएन त्रिपाठी, राजीव रंजन प्रसाद, संजय लाल पासवान, रवीन्द्र सिंह, जयशंकर पाठक, सुलतान अहमद, राकेश सिन्हा, सतीश पॉल मुंजनी, लाल किशोर नाथ शाहदेव, अभिलाष साहु, आभा सिन्हा, निरंजन पासवान, सोनाल शांति, राजन वर्मा, डॉ राजेश गुप्ता, शान्तनू मिश्रा, डॉ राकेश रिण महतो, सुरेन्द्र सिंह, मुन्नम संजय, नेली नाथन, केदार पासवान, पप्पु अजहर, अमरेन्द्र सिंह, योगेन्द्र सिंह बेनी, ईश्वर आनंद, चंचल चटर्जी, अरूण साहु, नीतू देवी, जितेन्द्र त्रिवेदी, समुदर गुप्ता, नरेन्द्र लाल गोपी, उज्ज्वल तिवारी एवं अन्य शामिल थे.