उषा मार्टिन माइनिंग घोटाला मामले में नंद किशोर पटोदिया ने किया सरेंडर, CBI कोर्ट ने दी बेल
वर्ष 2005 में उषा मार्टिन के माइंस आवंटन में भ्रष्टाचार का है आरोप
नंद किशोर पटोदिया पर वर्ष 2005 में उषा मार्टिन के माइंस आवंटन में भ्रष्टाचार का आरोप है. अदालत ने उन्हें 25-25 हजार के दो निजी मुचलके और पासपोर्ट जमा करने की शर्त पर जमानत दी है.
रांची: उषा मार्टिन माइनिंग घोटाला मामले में सीबीआई की विशेष कोर्ट में अभियुक्त नंद किशोर पटोदिया ने आज शनिवार को सरेंडर कर दिया. सरेंडर करने के बाद कोर्ट ने नंद किशोर पटोदिया को सशर्त जमानत दे दी. अदालत ने उन्हें 25-25 हजार के दो निजी मुचलके और पासपोर्ट जमा करने की शर्त पर जमानत दी है. बता दें कि नंद किशोर पटोदिया पर वर्ष 2005 में उषा मार्टिन के माइंस आवंटन में भ्रष्टाचार का आरोप है.
दरअसल, वर्ष 2005 में उषा मार्टिन कंपनी को पश्चिमी सिंहभूम जिले के घाटकुरी में एक लौह अयस्क खदान आवंटित की गई थी. इसमें कथित रुप से भ्रष्टाचार हुआ था. आईएएस अरुण कुमार सिंह उस वक्त खनन विभाग के सचिव थे और इंद्रदेव पासवान खनन निदेशक थे. CBI के मुताबिक, इस घोटाले में नंद किशोर पटोदिया की भी भूमिका थी.