“भाजपा से दलितों का मोह भंग” उमाकांत रजक और केदार हाजरा प्रमाण- सुप्रियो भट्टाचार्य
10 सीट पर उम्मीदवार और बनेगी गांव की सरकार
आजसू की 10 सीट मिलने पर तंज कसते हुए सुप्रियो ने कहा कि 2019 में आजसू गांव की सरकार बनाने चली थी, और इस बार 10 सीट पर सिमट गयें. इसमें बामुश्किल दो को जीत मिलेगी, फिर कैसे बनेगी गांव की सरकार, वहीं जदयू को निशाने पर लेते कहा कि जिसके कंधों पर केन्द्र की सरकार चल रही है. दो सीटों की भीख मांग रहा है. यही इनकी सियासी ताकत है.
रांची: चंदनकियारी के पूर्व विधायक उमाकांत रजक और जमुआ के मौजूदा विधायक केदार हाजरा के दवारा झामुमो का दामन थामने को झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने दलितों का भाजपा का मोहभंग होना बताया है. सुप्रियो ने दावा किया है कि आज सैंकड़ों भाजपा नेता हर दिन झामुमो में शामिल होने का अनुरोध कर रहे हैं, लेकिन झामुमो की ओर से फिलहाल नो एंट्री की बोर्ड लगा दी गई है, उन सभी को फिलहाल भाजपा के साथ रहने के लिए पश्चाताप करने को कहा गया है, जैसे ही पश्चाताप की प्रक्रिया पूरी हो जायेगी, उनके लिए भी झामुमो का दरवाजा खोल दिया जायेगा.
10 सीट पर उम्मीदवार और बनेगी गांव की सरकार
सुप्रियो ने दावा किया कि इंडिया गठबंधन के अंदर सीट शेयरिंग को लेकर कोई कीच कीच नहीं है, सारा खांचा तैयार है, जल्द ही इसकी घोषणा कर दी जायेगी, इसके साथ ही आजसू की 10 सीट मिलने पर तंज कसते हुए सुप्रियो ने कहा कि 2019 में आजसू गांव की सरकार बनाने चली थी, और इस बार 10 सीट पर सिमट गयें. इसमें बामुश्किल दो को जीत मिलेगी, फिर कैसे बनेगी गांव की सरकार, वहीं जदयू को निशाने पर लेते कहा कि जिसके कंधों पर केन्द्र की सरकार चल रही है. दो सीटों की भीख मांग रहा है. यही इनकी सियासी ताकत है.