रैली या उद्योगपति मित्रों के लिए झारखंड के प्राकृतिक संसाधनों की रेकी! झामुमो के निशाने पर पीएम मोदी
पीएम मोदी को सपने में भी दिखता है हार का भूत
झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्ज ने कहा कि भाजपा के जो 240 संसद जीत कर लोकसभा पहुंचे हैं. उसमें 140 भूत हैं, यानि दूसरे दलों से भाजपा में आये हैं. 95 भूत तो सिर्फ कांग्रेस के ही हैं. सबसे बड़ा भूत को हिमंता विस्व सरमा है, जिस पर कभी यही भाजपा करोड़ों का भ्रष्टाचार का आरोप लगाती थी, आज यह भूत मणिपुर में आग लगाता घूम रहा है.
रांची:पीएम मोदी की जमशेदपुर रैली पर सूबे झारखंड की सियासत गर्म है. इधर पीएम मोदी की रैली खत्म हुई, उधर झामुमो-कांग्रेस की ओर से आरोपों का तीर छुटने लगा. जिस तरीके से पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान चुन-चुन कर कांग्रेस और झामुमो पर निशाना साधा, उसका पलटवार सामने आना लगा, पहला मोर्चा झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य की ओर से खुला, सुप्रियो ने सवाल दागा कि यह पीएम मोदी की चुनावी रैली थी या फिर झारखंड के प्राकृतिक संसाधनों की रेकी, जिसे वह किसी भी कीमत पर अपने उद्योगपति मित्रों को सौंपना चाहते हैं. जिस मंच पर पूर्व सीएम की एक पूरी जमात बैठी थी, किसी के मुंह से सरना धर्म कोड पर एक आवाज नहीं निकाली, सभी मुंह भींच कर बैठे रहें, इससे बड़ा आदिवासी अस्मिता और पहचान के साथ बड़ा खिलवाड़ क्या हो सकता है. 20 वर्षों तक झारखंड का यह जो गर्त हुआ, उसका कारण यही दल- बदलुओं का स्वार्थ है.
हम भाजपा से पूछना चाहते हैं की - मोदी जी की जमशेदपुर यात्रा का उतावलापन का उद्देश्य सिर्फ़ चुनावी रैली ही थी - या अपने उद्योगपति मित्रों को झारखंड के प्राकृतिक संसाधनों की चाबी सौंपने की ललक ?
— Jharkhand Mukti Morcha (@JmmJharkhand) September 16, 2024
कल से लोग समझना चाह रहे हैं कि यह यात्रा मित्रों के लिए रैली के नाम पर रेकी तो नहीं…
मंच पर मधु कोड़ा और निशाने धीरज साहू
आपको बता दें कि पीएम मोदी के भाषण में किसी नये नजरिये और रणनीति की झलक नहीं मिली. स्थानीय भाजपा नेताओं के समान ही पीएम मोदी का भी मुख्य फोकस बांग्लादेशी घुसपैठ, चंपाई सोरेन का दर्द और कांग्रेस और झाममो का कथित भ्रष्टाचार ही रहा. जब पीएम मोदी भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस पर निशाना साध रहे थें, पूर्व कांग्रेस सांसद धीरज साहू के आवास से निकले नोटों का पहाड़ का जिक्र कर रहे थें, मंच पर मौजूद मधु कोड़ा भी मुस्कारते दिख रहे थें. यह वही मधु कोड़ा हैं, जिन्हे कभी भाजपा की ओर से भ्रष्टाचार का प्रतीक पुरुष बता कर कांग्रेस राजद को घेरने की कोशिश की जाती थी. अभी चंद दिन पहले ही चार हजार करोड़ के भ्रष्टाचार के आरोपी मधु कोड़ा को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल ने भगवा पट्टा पहना कर पार्टी में शामिल करवाया है. हालांकि पीएम मोदी ने मधु कोड़ा का नाम लेना भी उचित नहीं समझा. इससे पीएम मोदी की असहजता को भी समझा जा सकता है. उससे भी बड़ी बात यह रही कि जिस धीरज साहू को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा गया, धीरज साहू ने पहले ही नोटों के उस पहाड़ का हिसाब किताब ईडी के समक्ष पेश कर दिया है. बावजूद इसके पीएम मोदी निशाने पर लेने से नहीं चुके.
अपना घर सुरक्षित रखने में कामयाबी रही कांग्रेस-झामुमो
पीएम मोदी की यात्रा के पहले सियासी गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा तेज थी कि कई झामुमो और कांग्रेसी विधायकों का मन इस दिन बदल सकता है और वह मंच से अपनी इस बदली हुई निष्ठा का इजहार कर सकते हैं, लेकिन ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला, फिलहाल झामुमो अपना घर को सुरक्षित रखने में कामयाब रही, हालांकि अभी भी पालाबदल की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. जिस प्रकार से पीएम मोदी की यात्रा के ठीक पहले बहरागोड़ा विधायक समीर मोहंती के बनैर का रंग भगवा हुआ, अंदरखाने चर्चाओं का बाजार गर्म है.
पीएम मोदी को सपने में भी दिखता है हार का भूत
कल से सभी भाजपा नेता ख़ास तौर पर दल बदलू उछल उछल कर कह रहें हैं की मोदी जी - 130 किमी सड़क यात्रा जमशेदपुर रैली के लिए की।
— Jharkhand Mukti Morcha (@JmmJharkhand) September 16, 2024
पर कितनी शर्मनाक है की उन्ही मोदी जी के पास मणिपुर के लिए एक कदम चलने का समय नहीं है ? 1 KM चलने का इरादा नहीं है
क्या झारखंड के खनिज की लूट की चाह आपको…
अब इस पर झामुमो की ओर से बड़ा पलटवार सामने आया है. झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्ज ने कहा कि भाजपा के जो 240 संसद जीत कर लोकसभा पहुंचे हैं. उसमें 140 भूत हैं, यानि दूसरे दलों से भाजपा में आये हैं. 95 भूत तो सिर्फ कांग्रेस के ही हैं. सबसे बड़ा भूत को हिमंता विस्व सरमा है, जिस पर कभी यही भाजपा करोड़ों का भ्रष्टाचार का आरोप लगाती थी, आज यह भूत मणिपुर में आग लगाता घूम रहा है. दरअसल पीएम मोदी के इस कदर डरे हुए हैं कि अब उन्हे सपने भी हार का भूत दिखलायी पड़ता है. झारखंड के साथ ही हरियाणा और महाराष्ट्र में भी हार का भूत दिखलायी पड़ रहा है.