भाजपा में शामिल नहीं होने का नतीजा है ईडी की छापेमारी: मंत्री मिथिलेश ठाकुर
आज सुबह से 20 ठिकानों पर जारी है ईडी की छापेमारी
आज सुबह से ही मिथिलेश ठाकुर के पीएएस हरेंद्र सिंह, भाई विनय सिंह और आईएस मनीष रंजन से जुड़े करीबन 20 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी की जा रही है. इसके साथ ही चाईबास स्थित मिथिलेश ठाकुर के आवास को भी खंगाला जा रहा है. ब
रांची. पीएएस हरेंद्र सिंह और भाई विनय ठाकुर के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी के बीच पेय जल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने भाजपा के उपर बड़ा हमला बोला है. मिथिलेश ठाकुर ने इस छापेमारी की मुख्य वजह भाजपा में शामिल होने से अपने इंकार को बताया है. उन्होंने दावा किया है कि उनके उपर भी भाजपा में शामिल होने का दवाब था, लेकिन उन्होंने जैसे ही यह ऑफर खारिज किया. ईडी की छापेमारी शुरु हो गयी. लेकिन भाजपा चाहे जितना भी षडयंत्र कर ले, झारखंड से उसका सफाया निश्चित है, झारखंड की सत्ता में उसकी वापसी नहीं होने वाली है, इसके साथ ही मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने ईडी से छापेमारी में क्या मिला, इसकी जानकारी को सार्वजनिक करने की मांग की है.
आज सुबह से 20 ठिकानों पर जारी है ईडी की छापेमारी
आपको बता दें कि आज सुबह से ही मिथिलेश ठाकुर के पीएएस हरेंद्र सिंह, भाई विनय सिंह और आईएस मनीष रंजन से जुड़े करीबन 20 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी की जा रही है. इसके साथ ही चाईबास स्थित मिथिलेश ठाकुर के आवास को भी खंगाला जा रहा है. बताया जा रहा है कि यह छापेमारी जल जीवन मिशन से जुड़े कथित अनियमितता के मामले में की जा रही है. विधानसभा चुनाव के ठीक पहले इस छापेमारी को लेकर सियासत की शुरुआत भी चुकी है, दावा किया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले यह छापेमारी राजनीतिक दवाब में किया जा रहा है. मंत्री मिथिलेश ठाकुर हेमंत सोरेन सरकार के दूसरे मंत्री हैं, जिनके उपर ईडी की छापेमारी हुई है, इसके पहले तात्कालीन ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस और पीएस के नौकर के घर पर भी छापेमारी हुई थी. इस छापेमारी में आलमगीर आलम के पीएएस के आवास से बड़ी मात्रा में नगद राशि की बरामदगी हुई थी. आलमगीर आलम कैश फिलहाल इस मामले में जेल में बंद हैं