झारखंड विस से 4833.39 करोड़ का अनुपूरक बजट ध्वनिमत से पारित

अनुपूरक बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए सदन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने की बड़ी घोषणा

झारखंड विस से 4833.39 करोड़ का अनुपूरक बजट ध्वनिमत से पारित
झारखंड विस से 4833.39 करोड़ का अनुपूरक बजट ध्वनिमत से पारित

सरकार ने फैसला लिया है कि जो लोग टैक्स के दायरे में नहीं आते हैं उन्हें अब मुफ्त में बालू दी जाएगी

 

रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को सदन में अनुपूरक बजट पर चर्चा की गयी है। इस चर्चा के दौरान काफी हो-हंगामा भी हुआ। इसके बाद शाम के करीब 4.30 ध्वनिमत से 4833.39 करोड़ अनुपूरक बजट भी सदन से पास हो गया। झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन सोमवार को जोरदार हंगामे के बीच वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने अनुपूरक बजट पेश किया था।

अनुपूरक बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए सदन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि बालू को लेकर पूरे राज्य में चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि बालू नहीं मिलने से या बालू की कीमत बढ़ने से अबुआ आवास, पीएम आवास समेत गरीबों को आवास बनाने में दिक्कत हो रही है। लिहाजा, सरकार ने फैसला लिया है कि जो लोग टैक्स के दायरे में नहीं आते हैं उन्हें अब मुफ्त में बालू दी जाएगी।

सुखाड़ पर विशेष व्यवस्था करेगी हेमंत सरकार : रामेश्वर उरांव

यह भी पढ़ें राज्य के 35 हजार किसानों के खाते में जाएंगे 15.6 करोड़ रुपए : शिल्पी नेहा तिर्की

अनुपूरक बजट पर सरकार का उत्तर देते हुए वित्त मंत्री रामेश्वर उराव ने भरोसा दिया है कि हेमंत सरकार सुखाड़ से निबटने के लिए विशेष व्यवस्था करेगी। सुखाड़ का तीसरा साल चल रहा है। विशेष व्यवस्था करना होगा इसके लिए मुख्यमंत्री को कहा है। सरकार की ओर से आश्वासन दे रहा हूं कि सरकार सुखाड़ के लिए विशेष व्यवस्था करेगी। उन्होंने कहा कि अनुपूरक की जरूरत का जवाब कल्पना सोरेन ने दिया था कि क्यों आर्टिकल 2005 के तहत राज्य सरकार लाती है। नई योजनाओं के लिए, जेसीएफ से निकासी को रेगुलराइज करने के लिए और अनफोरेसेंट एक्सपेंडिचर के लिए अनुपूरक बजट सरकार लाती है।

यह भी पढ़ें Ranchi News : झारखंड कृषि विभाग पर अफसरशाही और ब्लैकलिस्टेड कंपनियों का कब्जा, PDMC योजना में बड़े घोटाले के आरोप

प्रभारी मंत्री ने बताया कि अनुपूरक बजट की क्यों जरूरत पड़ी है। 125 यूनिट से बढ़ाकर 200 यूनिट फ्री बिजली देना है। इसके लिए राशि की जरूरत है। बिजली के मीटर लगाने की प्रक्रिया जारी है। मुख्यमंत्री मईंया सम्मान योजना के तहत करीब 45 लाख महिलाओं को हर माह 1000 रुपये देना है। इसके लिए 872 करोड़ की जरूरत है। प्री मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप में केंद्रांश के समरूप राज्यांश के तहत पैसा देना है। आपदा मद में खर्च के लिए राशि की जरूरत है। सुखाड़ का यह तीसरा साल चल रहा है। सिंकिंग फंड में राज्य सरकार ने 2272 करोड़ संरक्षित रखे हैं इससे कम दर पर ब्याज लेने में मदद मिलेगी। प्रभारी मंत्री ने कहा कि अनुपूरक बजट से राज्य के राजकोष पर विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को बुधवार 11 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा की।

यह भी पढ़ें बड़कागांव से भारी जुटान, ओबीसी आरक्षण 27% लागू करने की मांग को लेकर हजारों समर्थक रांची रवाना

Edited By: Ranju Abhimanyu

Related Posts

Latest News

हजारीबाग में ग्रामीण विकास योजनाओं की समीक्षा, उपायुक्त ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश हजारीबाग में ग्रामीण विकास योजनाओं की समीक्षा, उपायुक्त ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
स्वर्णरेखा पुल निर्माण को लेकर विधायक ने उठाए सवाल, पथ निर्माण विभाग पर पक्षपात का आरोप
एमएमके हाई स्कूल, बरियातू में विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी का भव्य आयोजन, 250 से अधिक मॉडल प्रदर्शित
साहिबगंज के प्रशांत शेखर को "सार्क 2025 अवार्ड" से सम्मानित किया जाएगा
श्री दिगम्बर जैन विद्यालय में बैडमिंटन, कैरम एवं चेस खेल का सिंगल्स व डबल्स फाइनल
झारखंड दौरे पर राष्ट्रपति, आदिवासी संस्कृति और जनसांस्कृतिक समागम में होंगी मुख्य अतिथि
प्रखण्ड स्तरीय समन्वयक समिति की बैठक आयोजित, विकास कार्यों की समीक्षा
Chaibasa News: नाबालिग से शादी का झांसा देकर यौन शोषण, आरोपी गिरफ्तार
नेपाल से आए संताल आदिवासी प्रतिनिधिमंडल का पाथरा आश्रम में पारंपरिक स्वागत, सांस्कृतिक एकता का संदेश
बीएचयू के 105वें दीक्षांत समारोह में अमन कुमार को एम.ए. हिंदी साहित्य की उपाधि
ठंड से राहत: रानीश्वर में गरीब व वृद्धजनों को मिला कंबल
उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला अनुकंपा समिति की बैठक, 8 आवेदकों को मिली स्वीकृति