झारखंड एक्साइज कॉन्स्टेबल दौड़: सीएम हेमंत का दावा कोरोना वैक्सीन के कारण हुई प्रतिभागियों की मौत
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक
फिलहाल पांच सितम्बर तक इस दौड़ पर रोक लगा दी गयी है, इस बीच नियमों में बदलाव किये जाने की चर्चा है. सूत्रों का दावा है कि इसकी दूरी और समय दोनों में ही कमी करने की तैयारी है. अब पांच से सात मिनट में 1.6 किलोमीटर का नियम बनाया जा सकता है.
रांची: झारखंड एक्साइज कॉन्स्टेबल दौड़ में 12 प्रतिभागियों की मौत के बाद जहां विपक्ष पूरी तरह से हमलावर है, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल ने इसे मौत का दौड़ बता हुए 10 किलो मीटर के दौड़ पर सवाल खड़ा कर रहे हैं, उधर सत्ता पक्ष का दावा था कि पहले तो 1.6 किलोमीटर दौड़ का ही नियम था, लेकिन उस नियम में संसोधन करते हुए 10 किलोमीटर की दौड़ का फैसला तो रघुवर सरकार के दौरान ही बनाया गया, अभी यह विवाद चल ही रहा था कि अब सीएम हेमंत यह दावा कर एक और सियासी तूफान खड़ा कर दिया कि 12 प्रतिभागियों की मौत की दौड़ के बजाय, कोरोना वैक्सीन के कारण हुई है. सीएम हेमंत ने कहा है कि 'उत्पाद सिपाहियों की मौत सिर्फ दौड़ से नहीं हो रही है, लोग चलते- चलते भी मर रहे हैं। कोरोना में भाजपा के लोगों ने देश के लोगों को जो टिका लगाया है वह गलत है जिसका प्रभाव पड़ रहा है। उस टीके को पूरी दुनिया में बंद किया गया था। हमारे भारत में ही उसकी सप्लाई हुई है। उस टीके की वजह से लोग मर रहे हैं। सर्दी- खांसी से लोग मर रहे हैं। जवान लड़के-लड़कियां मर रहे हैं।“
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक
आपको याद दिला दें कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी हार्ट अटैक से मौत की बात सामने आयी थी. ब्लड प्रेशर में वृद्धि और अत्याधिक गर्मी को इसका कारण बताया गया था, लेकिन अब सीएम हेमंत का यह बयान निश्चित रुप से चुनाव के दहलीज पर खड़ी झारखंड में एक बड़ा सियासी मुद्दा बनने जा रहा है. सीएम हेमंत ने अपने इस बयान से प्रतिभागियों की मौत पर आरोपों की बौछार करने वाली भाजपा और केन्द्र सरकार को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है. अब तक 12 प्रतिभागियों की मौत हो चुकी है, सबसे अधिक मौत पलामू में हुई है. इसमें अधिकांश मौतें 25 वर्ष से कम उम्र के प्रतिभागियों की हुई है. फिलहाल पांच सितम्बर तक इस दौड़ पर रोक लगा दी गयी है, इस बीच नियमों में बदलाव किये जाने की चर्चा है. सूत्रों का दावा है कि इसकी दूरी और समय दोनों में ही कमी करने की तैयारी है. अब पांच से सात मिनट में 1.6 किलोमीटर का नियम बनाया जा सकता है.