Chaibasa News: जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने चयनित पीएलवी के लिए किया चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
पीएलवी को आज प्रथम दिन दिया गया कानूनी प्रशिक्षण
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार मोहम्मद शाकिर ने नव चयनित स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि पीएलवी के द्वारा समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक निशुल्क विधिक सेवाएं उपलब्ध कराते हुए न्याय को सुलभ बनाने और कल्याणकारी सरकारी योजनाओं की जानकारी उन तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है.
चाईबासा: झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के निर्देशानुसार तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष ज़िला विधिक सेवा प्राधिकार मोहम्मद शाकिर के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकार चाईबासा के द्वारा कानूनी सेवाओं को निशुल्क जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से अर्ध विधिक स्वयं सेवकों (पीएलवी) के चयन की प्रक्रिया पूरी करने के पश्चात आज से उनके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार मोहम्मद शाकिर ने नव चयनित स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि पीएलवी के द्वारा समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक निशुल्क विधिक सेवाएं उपलब्ध कराते हुए न्याय को सुलभ बनाने और कल्याणकारी सरकारी योजनाओं की जानकारी उन तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है.
उन्होंने कहा, आप स्वयंसेवक प्राधिकार के उद्देश्यों की और लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए ईमानदारी पूर्वक कार्य करेंगे और राष्ट्र की सेवा करेंगे. यह चार दिवसीय प्रशिक्षण आपके व्यक्तित्व में कई बदलाव लाएगा. आपको कई कानूनी बातों से अवगत कराना इस प्रशिक्षण का उद्देश्य है. इस दौरान कई प्रशिक्षकों के द्वारा निरंतर आपको विभिन्न विषयों और कानूनों की जानकारी प्रदान की जानी है. आप उनसे सवाल पूछे हैं और अपनी जानकारी और बढ़ाएंगे। तकनीकी सत्र के दौरान प्राधिकार के सचिव राजीव कुमार सिंह ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए उन्हें उनके मौलिक कर्तव्य की जानकारी प्रदान की और स्वयंसेवक के रूप में पालन किए जाने वाले नियमों से अवगत कराया. उन्हें न्यायपालिका की कार्रवाई से भी अवगत कराते हुए उन्हें अनुशासन और नैतिकता पर चलने को प्रेरित किया. उन्होंने संविधान की उद्देशिका का अर्थ भी समझाया।
अगले सत्र में प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय योगेश्वर मणि ने उनको कुटुंब न्यायालय, गोद लेने की प्रक्रिया से संबंधित मामलों और अनूसूचित जनजातियों के जीवन शैली, परंपरा और संस्कृति की विस्तृत जानकारी दी. उनके विवाह और रीति रिवाज पर प्रकाश डाला, साथ ही सीएनटी की विभिन्न धाराओं से भी अवगत कराया. उन्होनें संवाद, लेखन सहित व्यक्तित्व विकास के गुर भी सिखाए.
प्राधिकार के सदस्य विकास दोदराजका ने भी उन्हें प्रशिक्षण देते हुए संविधान में निहित मौलिक अधिकारों की जानकारी प्रदान की और पीएलवी के रूप में कार्य करने के नियम कायदे से अवगत कराया. इस क्रम में प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी (वरीय कोटि) एंजिलिना नीलम मड़की ने हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम 1956 , संपति हस्तांतरण नियमों तथा एलएडीसी के उप प्रमुख सुरेंद्र प्रसाद दास ने राजस्व से सम्बंधित विषय पर जानकारी प्रदान की।
प्रशिक्षण सत्र को सफल बनाने में प्राधिकार के सहायक अमित कुमार, अभिषेक कुमार, पीएलवी संजय कुमार निषाद, उदय शंकर प्रसाद, अरुण विश्वकर्मा, सुमन गोप आदि ने महत्वपूर्ण सहयोग किया.