Ranchi news: "सोहराय मिलन समारोह" में सम्मिलित हुए सीएम हेमंत सोरेन, बोले सोहराय पर्व एकता एवं सौहार्द का प्रतीक
प्रकृति को संरक्षित करने में आदिवासी समाज की अहम भूमिका: सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी के समाज के सर्वांगीण विकास के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार द्वारा आदिवासी योजना के तहत जनजातियों के आर्थिक, समाजिक एवं सर्वांगीण विकास के लिए कई महत्वाकांक्षी कार्य हुए है। कई महत्वपूर्ण योजनाएं भी संचालित की गई है
रांची: सोहराय पर्व हमारी सभ्यता व संस्कृति का प्रतीक है। हम सभी प्रतिवर्ष इस पर्व को धूमधाम से मनाते हैं। आदिवासी समाज आज के दिन अनेक रीति-रिवाज के साथ प्रकृति की पूजा करते हैं। आज आदिवासी समाज को अपनी संस्कृति और सभ्यता को बचाने की जरूरत है। सोहराय पर्व के माध्यम से हमसभी एकता एवं सौहार्द का संदेश देते हैं। यह पर्व परिवार एवं प्रकृति से जुड़ा पर्व है। यह एक ऐसा त्योहार है, जिसमें भाईचारा, समानता तथा भाई-बहन का प्रेम झलकता है। उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज रांची विश्वविद्यालय के दीक्षांत मंडप, मोरहाबादी में आयोजित "सोहराय मिलन समारोह-2025" में कहीं।
प्रकृति को संरक्षित करने में आदिवासी समाज की अहम भूमिका
जनजातियों के आर्थिक, सामाजिक एवं सर्वांगीण विकास हेतु सरकार प्रतिबद्ध: सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी के समाज के सर्वांगीण विकास के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार द्वारा आदिवासी योजना के तहत जनजातियों के आर्थिक, समाजिक एवं सर्वांगीण विकास के लिए कई महत्वाकांक्षी कार्य हुए है। कई महत्वपूर्ण योजनाएं भी संचालित की गई है। यहां के जनजातियों का एकीकृत ढंग से विकास करना, जनजातियों को सुरक्षा देना एवं जनजातियों को शोषण मुक्त करना सरकार की प्राथमिकता है। आने वाले समय में हमारी सरकार समाज के वंचित वर्गों के सामाजिक-आर्थिक और समग्र विकास को सुनिश्चित करने में प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ेगी।
इस अवसर पर मंत्री श्री चमरा लिंडा, राजधानी सांवता समिति के संरक्षक श्री सनातन मरांडी, श्री अर्जुन मरांडी, अध्यक्ष श्री मेघलाल सोरेन, डॉ. दिनेश मुर्मू, श्री सुधीर सोरेन, श्री संजय हांसदा, श्री विनय टुडू एवं राजधानी सांवता समिति के सभी पदाधिकारीगण मौजूद थे।