हार के बहाने जोड़ने में जुट गयी झारखंड मुक्ति मोर्चा: प्रतुल शाहदेव
भाजपा का झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्रेस वार्ता पर पलटवार
प्रतुल शाहदेव ने कहा, भाजपा कम से कम हिंदू-मुसलमान दोनों करती है, लेकिन झामुमो 5 वर्ष सिर्फ मुसलमान घुसपैठियों का माला जपती रही है. उन्होंने कहा, कुछ अधिकारियों को झामुमो ने अपने 5 वर्षों में टूल किट बनाकर दुरुपयोग किया.
रांची: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रेस कॉन्फ्रेंस पर पलट वार करते हुए कहा कि अपनी निश्चित हार को देखकर झारखंड मुक्ति मोर्चा बहाने बनाने में जुट गया है. प्रतुल ने कहा कि 23 नवंबर को झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाली सरकार का अंत हो जाएगा. झारखंड मुक्ति मोर्चा चाहती नहीं कि इसका ठीकरा हेमंत सोरेन पर फूटे. इसीलिए वह हर दिन में बहाने बना रही है. प्रतुल ने कहा बरहेट क्षेत्र में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता आतंक का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उससे ध्यान बंटाने के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता प्रतिपक्ष पर बेबुनियाद आरोप लगा रही है.
प्रतुल ने कहा कि जिस चुनाव आयोग पर झारखंड मुक्ति मोर्चा आज आरोप लगा रही है, इसी चुनाव आयोग, अर्द्ध सैनिक बलों और राज्य पुलिस के देखरेख में हुए चुनाव में 2019 में इन्होंने जीत हासिल की थी.लेकिन इस बार हार के बहाने बनाने के लिए इसी चुनाव आयोग पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया जा रहा. प्रतुल ने कहा कि चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ भी अनेक मामलों में संज्ञान लिया है लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने कभी शिकायत नहीं की और उन आदेशों का अनुपालन किया. लेकिन झामुमो चुनाव आयोग पर आरोप की झड़ी लगा देता है.
प्रतुल ने कहा कि कुछ अधिकारी इस सरकार में टूलकिट बनकर काम करते रहें. एक जिलाधिकारी को चुनाव आयोग ने निर्वाची कार्य से हटाया तो उन्हें राजधानी का जिलाधिकारी बना दिया गया. झारखंड मुक्ति मोर्चा को इस पर भी आपत्ति है. भाजपा हमेशा से मनाती है कि अधिकारियों को नियम कानून से चलना चाहिए क्योंकि सरकारें आती जाती रहती है.लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाली सरकार ने अधिकारियों को अपना एजेंट बनाने की कोशिश की है.
प्रतुल ने कहा कि बाबूलाल मरांडी पर निरंजन राय को खरीदने का आरोप लगाने वाले अपने गिरेबान में झांक कर देखें. निरंजन राय जी ने इस भ्रष्ट सरकार के खिलाफ बाबूलाल जी को नीतियों के आधार पर समर्थन दिया. इससे झारखंड मुक्ति मोर्चा बदहवास हो गई .लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा ने यह स्पष्ट नहीं किया कि जेएलकेएम पार्टी के उम्मीदवार को बैठाने का गांडेय और गढ़वा में कितने में सौदा हुआ था? प्रतुल ने नसीहत दी कि राजधनवार के झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार का स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से ब्लड प्रेशर चेक करना चाहिए. क्योंकि वो बात बात पर पत्रकारों को पीटने पर उतारू हो जा रहे हैं.
प्रतुल ने कहा कि सरकार पर 70,000 करोड़ रुपयों के घोटाले का आरोप लगा .लेकिन आश्चर्यजनक रूप से ये पैसा ना तो सोरेन परिवार के किसी सदस्य के बैलेंस शीट में दिखा और ना ही झारखंड मुक्ति मोर्चा के बैलेंस शीट में. तो यह पैसा कहीं मनी लॉन्ड्रिंग से दूसरे देश तो नहीं पहुंचा दिया गया?इसकी भी उच्च स्तरीय जांच की आवश्यकता है.
प्रतुल ने कहा झारखंड मुक्ति मोर्चा आरोप लगा रही है कि भाजपा हिंदू मुसलमान करती है. भाजपा तो कम से कम हिंदू मुसलमान दोनों का नाम लेती है. लेकिन पिछले 5 वर्षों में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सिर्फ घुसपैठियों मुसलमानो का नाम लिया.नाम ही नहीं लिया बल्कि इनको बसाने का काम किया. इनका आधार कार्ड बनाने का काम किया और इनको वोट बैंक में तब्दील करने का काम किया.वह भी तब जब यह घुसपैठिये सीधे तौर पर आदिवासियों के हक का अतिक्रमण कर रहा है. प्रेस वार्ता में प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक भी उपस्थित थे.