झारखंड एनडीए में सीटों को लेकर कीच कीच जारी! मांडू को लेकर बिगड़ सकता है खेल
मांडू को लेकर कोई समझौता नहीं
खीरु महतो किसी भी कीमत पर मांडू की सीट छोड़ने को तैयार नहीं है. खीरु महतो खुद भी वर्ष 1995 में जदयू के टिकट पर मांडू से विधानसभा पहुंच चुके हैं. हालांकि उसके बाद उन्हे इस सीट से कभी सफलता हाथ नहीं लगी, वर्ष 2009 और 2014 में वह चौथे स्थान पर सिमट गयें. जदयू की तुलना में मांडू में भाजपा और आजसू का परफॉर्मेंस कहीं बेहतर रहा है
रांची: एक तरफ झारखंड में आज किसी भी वक्त चुनाव की अधिसूचना जारी हो सकती है. लेकिन एनडीए के अंदर सीटों को लेकर जारी कीच कीच समाप्त नहीं होता दिख रहा है. सियायी गलियारों में चल रही तमाम अटकलवाजियों को खारिज करते हुए झारखंड जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने साफ कर दिया है कि किसी भी कीमत पर दो सीटों पर समझौते का सवाल नहीं है. जदयू कम से कम 11 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है. जिनके द्वारा भी यह खबर फैलायी जा रही है कि जदयू के हिस्से सिर्फ सरयू राय और राजा पीटर के लिए सीट छोड़ी जा रही है, वह तथ्यों पर आधारित नहीं है. 11 सीटों की लिस्ट जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार को सौंप दी गयी है. झारखंड प्रभारी और मंत्री अशोक चौधरी को भी इससे अवगत करवा दिया गया है. इस बीच जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा का भी पटना पहुंच चुके हैं. खीरु महतो ने इस मामले में संजय झा से भी मुलाकात की है. बताया जा रहा है कि संजय झा जल्द ही सीट शेयरिंग को लेकर झारखंड जदयू के नेताओं के साथ मीटिंग कर सकते हैं.
मांडू को लेकर कोई समझौता नहीं
इस बीच यह दावा भी सामने आ रहा है कि खीरु महतो किसी भी कीमत पर मांडू की सीट छोड़ने को तैयार नहीं है. खीरु महतो खुद भी वर्ष 1995 में जदयू के टिकट पर मांडू से विधानसभा पहुंच चुके हैं. हालांकि उसके बाद उन्हे इस सीट से कभी सफलता हाथ नहीं लगी, वर्ष 2009 और 2014 में वह चौथे स्थान पर सिमट गयें. जदयू की तुलना में मांडू में भाजपा और आजसू का परफॉर्मेंस कहीं बेहतर रहा है. 2019 में जेपी भाई पटेल ने झामुमो छोड़ भाजपा की सवारी की तो जीत भी मिली, हालांकि बाद में जेपी भाई पटेल ने भाजपा को झटका देते हुए कांग्रेस का दामन थाम लिया. बावजूद इसके जदयू मांडू की सीट छोड़ने को तैयार नहीं है. इस हालत में एनडीए के अंदर सीटों को लेकर मचा घमासान थमता नहीं दिख रहा है. जदयू की मुश्किल यह है कि वह खीरु महतो को नजरअंदाज नहीं कर सकती, फिलहाल खीरु महतो झारखंड में जदयू का चेहरा माने जाते हैं, खास कर कुर्मी पॉलिटिक्स के लिहाज से खीरु महतो एक बड़ा चेहरा हैं.