Hazaribag News: छह मौतें, छह साल पर न्याय अधूरा
हजारीबाग विधायक प्रदीप प्रसाद ने विधानसभा में 2018 के बहुचर्चित महेश्वरी हत्याकांड पर सरकार से मांगा जवाब
5.jpg)
विधानसभा में प्रश्न पूछने के बाद विधायक प्रदीप प्रसाद ने कहा कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद पीड़ित परिवार को अब तक न्याय नहीं मिल पाया है, जो कानून व्यवस्था की विफलता को दर्शाता है। उन्होंने सरकार से निम्नलिखित मांगें की एस आई टी को जल्द से जल्द जांच पूरी कर दोषियों को पकड़ने के निर्देश दिए जाएं।
हजारीबाग: सदर भाजपा विधायक प्रदीप प्रसाद ने झारखंड विधानसभा में 14 जुलाई 2018 की रात हुए महावीर प्रसाद महेश्वरी एवं उनके परिवार के छह सदस्यों की नृशंस हत्या के मामले को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने सरकार से स्पष्ट जवाब मांगा कि इस जघन्य अपराध में अब तक न्याय क्यों नहीं मिल पाया। 14 जुलाई 2018 की रात हजारीबाग शहर के बॉटम बाजार इलाके में महावीर प्रसाद महेश्वरी और उनके परिवार के छह सदस्यों की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी। मरने वालों में महावीर प्रसाद महेश्वरी के अलावा उनकी पत्नी, बेटा, बहू और पोते-पोतियों सहित कुल छह लोग शामिल थे।

प्रारंभिक जांच में हत्या एवं आत्महत्या दोनों कोण से छानबीन की गई। अनुसंधान की वर्तमान स्थिति में 8 सितंबर 2020 को इस केस को अपराध अनुसंधान विभाग, झारखंड, रांची को सौंप दिया गया। 24 अप्रैल 2023 को सी आई डी द्वारा की गई विस्तृत जांच के बाद मामले को सत्य अपराध उपशमित घोषित कर दिया गया। यानी, अब तक इस मामले में ठोस सबूत नहीं मिले, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि यह हत्या थी या आत्महत्या।
उच्च न्यायालय, झारखंड, रांची द्वारा 28 अगस्त 2023 को निर्देश दिए गए कि इस मामले की गहराई से जांच की जाए पुलिस महानिरीक्षक (प्रोविजन), झारखंड, रांची ने 7 नवंबर 2023 को आदेश जारी कर एस आई टी के गठन का निर्देश दिया। इस एस आई टी का नेतृत्व दीपक कुमार, पुलिस उपमहानिरीक्षक, गिरिडीह को सौंपा गया। इस टीम में पुलिस अधीक्षक, गिरिडीह, पुलिस उपाधीक्षक, हजारीबाग सदर थाना प्रभारी, महिला थाना प्रभारी सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल किए गए। एस आई टी वर्तमान में मामले की पुन: जांच कर रही है।
विधानसभा में प्रश्न पूछने के बाद विधायक प्रदीप प्रसाद ने कहा कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद पीड़ित परिवार को अब तक न्याय नहीं मिल पाया है, जो कानून व्यवस्था की विफलता को दर्शाता है। उन्होंने सरकार से निम्नलिखित मांगें की एस आई टी को जल्द से जल्द जांच पूरी कर दोषियों को पकड़ने के निर्देश दिए जाएं। अगर पुलिस की लापरवाही सामने आती है, तो जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो। इस मामले की वैज्ञानिक और फॉरेंसिक जांच कराकर असली कारणों का पता लगाया जाए।
एसआईटी की जांच अभी भी जारी है,झारखंड राज्य विधि-विज्ञान प्रयोगशाला, रांची से महत्वपूर्ण वैज्ञानिक रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। विधायक प्रदीप प्रसाद ने कहा कि अगर समय रहते पुलिस और प्रशासन ने सही दिशा में कार्य किया होता, तो आज यह मामला हल हो चुका होता। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि इस हत्याकांड की निष्पक्ष जांच कर जल्द से जल्द दोषियों को सजा दिलाई जाए।