झारखंड में पत्रकारों के पास जलवायु परिवर्तन व पर्यावरण जैसे विषयों पर काम करने के अपार मौके

रांची : रांची प्रेस क्लब में पर्यावरण क्षेत्र में काम करने वाली संस्था असर व सीइइडब्ल्यू की ओर से आयोजित कार्यशाला के दूसरे दिन (19 अक्टूबर 2022) इस बात पर चर्चा हुई कि पत्रकार पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन जैसे विषयों को कैसे कवर करें, इस क्षेत्र में उनके लिए निजी तौर पर क्या संभावनाएं हैं और वे कैसे सरकार, प्रशासन व लोगों को इस मुद्दे को लेकर अधिक सचेत कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि दुनिया की तरक्की में जो पांच बड़ी दिक्कतें हैं, उसमें एक क्लाइमेट चेंज है और भारत क्लाइमेट चेंज से प्रभावित दुनिया के 10 प्रमुख देशों में है। उन्होंने कहा कि झारखंड के पत्रकारों के लिए जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण व जस्ट ट्रांजिशन जैसे विषयों पर काम करने की बहुत संभावना है। उन्होंने पत्रकारों को उन राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मीडिया प्लेटफार्म के बारे में बताया जहां पत्रकारों के लिए अच्छी संभावनाए है। उन्होंने यूरोप और अमेरिका में पत्रकारिता के ट्रेंड में आ रहे बदलाव का जिक्र करते हुए पत्रकारों से आग्रह किया कि वे इसे अपनायें।
कार्यक्रम को सीइइडब्ल्यू के नीरज कुलदीप ने संबोधित करते हुए बताया कि मीडिया कैसे प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, एनर्जी ट्रांजिशन जैसे विषयों पर रिपोर्ट कर अपनी भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि पत्रकार अपनी खबरों के जरिए ये चेक कर सकते हैं कि जो नीतिगत घोषणाएं की गयी थीं उस पर कहां तक अमल हुआ। उन्होंने सोलर एनर्जी को कवर करने के तरीके की चर्चा की।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए झारखंड बायोडायवर्सिटी बोर्ड के चेयरमैन सर्वेश सिंघल ने कहा कि डिजिटल मीडिया अब मजबूत हो गया है, इसलिए उसका उपयोग कर पत्रकारों को सूचनाओं, जानकारियों को आमलोगों तक कम्युनिकेट करना चाहिए। उन्होंने कुछ खबरों का उदाहरण देकर बताया कि कैसे अपराध व घटनात्मक खबरों में लोग अधिक रुचि लेते हैं और उनके जीवन को सबसे अधिक प्रभावित करने वाले पर्यावरण जैसे विषयों की खबरों में कम। उन्होंने बताया कि प्रदूषण से कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, लेकिन लोगों को इसकी बहुत सटीक जानकारी नहीं है।
रांची के सिटी कमिश्नर शशि रंजन ने कहा कि भारत सरकार क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत कार्यक्रम चला रही है और हमें भी उसके लक्ष्य के लिए काम करना है। उन्होंने कहा 2024 तक हमें मौजूदा स्थिति से 20 से 30 प्रतिशत प्रदूषण कम करना है। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण को कम करने के लिए यह जरूरी है कि सड़कों पर गाड़ियों का बोझ व समय कम से कम हो, हम इसके लिए सिटी बस की संख्या बढा रहे हैं। उन्होंने रांची नगर निगम के प्रदूषण व ठोस कचरे के निस्तारण की योजनाओं की भी चर्चा की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद महुआ मांझी ने अपने उपन्यास का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने जादूगोड़ा के यूरेनियम प्रदूषण को विषय बनाया था। उन्होंने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए हमें अपनी जरूरतें कम करनी होंगी। कार्यक्रम का संचालन रांची प्रेस क्लब के अध्यक्ष संजय मिश्रा ने किया।