JSSC-CGL परीक्षा मामले में हाईकोर्ट का फैसला छात्रों के संघर्ष की जीत: बाबूलाल
बाबूलाल मरांडी ने HC के फैसले को बताया स्वागतयोग्य निर्णय
बाबूलाल मरांडी ने लिखा, JSSC-CGL पेपर लीक प्रकरण में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, सत्ताधारी नेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों और आयोग की भूमिका संदिग्ध है. इसलिए पारदर्शी परिणाम के लिए सीबीआई जांच बेहद जरूरी है.
रांची: JSSC-CGL परीक्षा में पेपर लीक मामले में सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर मंगलवार को झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. जिसके बाद कोर्ट ने JSSC-CGL परीक्षा परिणाम के प्रकाशन पर अगली सुनवाई होने तक रोक लगा दी. इस संबंध में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट साझा किया है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पोस्ट में लिखा है कि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा JSSC-CGL परीक्षा परिणाम पर रोक लगाना स्वागतयोग्य निर्णय है. यह फैसला छात्रों के संघर्ष की जीत और हेमंत सोरेन सरकार के अहंकार की हार है. मैं, सभी छात्रों और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने लोकतांत्रिक तरीके से JSSC-CGL परीक्षा की साजिश के खिलाफ आवाज उठाई.
JSSC-CGL पेपर लीक प्रकरण में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, सत्ताधारी नेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों और आयोग की भूमिका संदिग्ध है. इसलिए पारदर्शी परिणाम के लिए सीबीआई जांच बेहद जरूरी है. उम्मीद है माननीय उच्च न्यायालय सीबीआई जांच का आदेश देकर छात्रों को न्याय दिलाने की पहल करेगी.
माननीय उच्च न्यायालय द्वारा JSSC-CGL परीक्षा परिणाम पर रोक लगाना स्वागतयोग्य निर्णय है।यह फैसला छात्रों के संघर्ष की जीत और हेमंत सोरेन सरकार के अहंकार की हार है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) December 17, 2024
मैं, सभी छात्रों और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने लोकतांत्रिक तरीके से JSSC-CGL…