एएसआई और राजस्व कर्मचारी चढ़े एसीबी के हत्थे,पढिये क्यों…?

पलामू/गिरिडीह: राज्य में एसीबी(ACB) द्वारा भ्रष्ट्राचार के मामले में लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसी के तहत विभिन्न जिलों से भ्रष्ट्राचार(Corruption) में लिप्त लोगों को गिरफ्तार कर रही है. कुछ ऐसा ही मामला पलामू और गिरिडीह जिला से आया है जहां एएसआई संतोष कुमार और हल्का कर्मचारी संजय चौधरी को एसीबी रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया है.

एसीबी पलामू के पुलिस अधीक्षक ने जानकारी दी कि हुसैनाबाद के निवासी लाल मोहन यादव ने हुसैनाबाद थाना में मारपीट का मामला दर्ज कराया था. जिसका अनुसंधानकर्ता हुसैनाबाद के एएसआई संतोष कुमार (ASI Santhosh Kumar)बनाया गया. जब पीड़ित ने अपने केस के संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिए एएसआई संतोष कुमार से मुलाकात की. इस दौरान संतोष कुमार ने कहा कि उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज है. आठ हजार रूपये देने पर तुम्हारा नाम हटा देंगे.
छह हजार रूपये की मांग थी रिश्वत
वादी ने कहा कि सेकेंड पार्टी ने उसके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज किया है, तो एएसआई ने धमकी दी कि ज्यादा बोलने पर उसे ही थाने में बंद कर देंगे. पीड़ित के आवेदन का सत्यापन करने के बाद मामले को सही पाया गया. सत्यापन के क्रम में एएसआई द्वारा छह हजार रूपये की मांग की गयी. गिरफ्तार एएसआई संतोष कुमार के खिलाफ 23 सितंबर 2020 को कांड संख्या 12/2020 दर्ज किया गया. आरोपी एएसआई धनबाद जिले के बलियारपुर थाना के करमाटांड़ का निवासी है. गिरफ्तार करने के बाद आरोपी एएसआई को मेदिनीनगर लाया गया है.
वहीं गिरिडीह जिला के सदर अंचल के राजस्व कर्मचारी संजय चौधरी(Revenue employee sanjay chaudhary) दाखिल खारिज करने के नाम पर 3500 रुपये की रिश्वत लेते एसीबी ने रंगेहाथों गिरफ्तार किया है.