Koderma News: केटीपीएस में 6 मेगावाट के फ्लोटिंग सोलर प्लांट का हुआ ट्रायल
यह योजना 39 करोड में पूरी हुई
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यहां प्लांट के निर्माण होने से आस-पास के लोगों को रोजगार के साधन भी मिलेंगे तथा ऊर्जा के क्षेत्र में देश आत्मनिर्भर होगा।
कोडरमा: डीवीसी केटीपीएस जलाशय में 6 मेगावाट की कुल क्षमता के लिए फ्लोटिंग सोलर पैनल का पहला सीओडी एक अक्षय ऊर्जा का ट्रायल सफल रहा। अप्रैल माह में केटीपीएस झारखण्ड विधुत उर्जा निगम लिमिटेड की कोडरमा जिला को उपलब्ध करायेगी। यह योजना 39 करोड में पूरी हुई है। वर्तमान में विद्युत विभाग 38 मेगावाट और झुमरीतिलैया में 25 मेगावाट की आपूर्ति ले रहा है और अप्रैल में 6 मेगावाट आपूर्ति मिलने के बाद गॉव में यह बिजली उपलब्ध कराने की योजना है सब कुछ ठीक ठाक रहा तो गर्मी में कुछ राहत मिलेगी। इधर मिली जानकारी के अनुसार इसका उद्देश्य 250 द्विमुखी सौर पैनलों के साथ सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए जल निकायों का उपयोग करना है।

बताना जरूरी है कि इससे ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में देश आगे बढ़ेगा। आनेवाले समय रिन्यूएबल एनर्जी का है। इस क्षेत्र में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। आनेवाले दिनों में इसका विस्तार चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। यहां प्लांट के निर्माण होने से आस-पास के लोगों को रोजगार के साधन भी मिलेंगे तथा ऊर्जा के क्षेत्र में देश आत्मनिर्भर होगा। उल्लेखनीय होगा कि डीवीसी और एनटीपीसी के ज्चायंट वेंचर में कोडरमा के तिलैया डैम में 155 मेगावाट के सोलर पावर प्लांट के निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। आनेवाले दिनों में इसका विस्तार कर 600 मेगावाट सोलर पावर के उत्पादन का लक्ष्य है। उत्पादित बिजली को सीधे तौर पर ग्रिड में दिया जाएगा। यह झारखंड का पहला फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट होगा। अगले डेढ वर्षों में इसका निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है।