Giridih News: डॉ. रणधीर कुमार डॉक्टर ऑफ फिलॉस्पी की उपाधि से अलंकृत
7 किताबों का लेखन एवं कई शोध पत्र प्रकाशित कर चुके हैं डॉ. रणधीर
"जाइनोक्रिटिक डिस्कशन ऑफ द सेलेक्ट नॉवेल ऑफ अनीता नायर" विषय पर शोध कर यह डिग्री हासिल किया. बहुमुखी प्रतिभा के धनी डॉ रणधीर आर के डी एफ विश्विद्यालय के प्रथम अवार्डेड स्कॉलर हैं
गिरिडीह: जमुआ प्रखंड के ग्राम नईटांड़ निवासी डॉ रणधीर कुमार को 19 दिसंबर 2024 को आर के डी एफ विश्वविधालय रांची के प्रथम दीक्षांत समारोह में डॉक्टर ऑफ फिलॉस्फी (अंग्रेजी) की उपाधि प्रदान की गई. यह उपाधि समारोह के मुख्य अतिथि प्रो.(डॉ.) प्रवीण चंद्र त्रिवेदी, कुलपति प्रो. डॉ एस चटर्जी एवं अन्य अतिथियों की गरिमामय उपस्तिथि में प्रदान की गई.
इन्होंने "जाइनोक्रिटिक डिस्कशन ऑफ द सेलेक्ट नॉवेल ऑफ अनीता नायर" विषय पर शोध कर यह डिग्री हासिल किया. बहुमुखी प्रतिभा के धनी डॉ रणधीर आर के डी एफ विश्विद्यालय के प्रथम अवार्डेड स्कॉलर हैं. इन्होंने विश्वविधालय के अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ अनीता कुमारी के सुपरविजन में पी एच डी को पूरा किया है.
ज्ञात हो बहुमुखी प्रतिभा के धनी डॉ.रणधीर ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव से शुरू की एवं उच्च शिक्षा झारखंड केंद्रीय विश्विद्यालय, आई आई एम रांची, लंदन स्कूल ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन एवं प्रतिष्ठित संस्थानों से पूरा किया है. कई सामाजिक एवं शैक्षणिक संगठनों में संस्थापक एवं अपनी सक्रिय भूमिका निभाने वाले, 7 किताबों का लेखन एवं कई शोध पत्र प्रकाशित कर चुके हैं. देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों, कॉलेजों एवं संस्थानों में इन्हे लगातार व्याख्यान हेतु आमंत्रित किया जाता है.
ज्ञात हो डॉ रणधीर कुमार को शिक्षा एवं समाज सेवा में अनुकरणीय योगदान हेतु, नेशनल एजुकेशन अवार्ड, झारखंड रत्न विशिष्ट सम्मान, झारखंड नागरिक सम्मान, समेत कई राष्ट्रीय एवं राज्यस्तरीय पुरूस्कार से नवाजे जा चुके है. महज 23 वर्ष के उम्र में ट्राइबल इलाकों में शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन हेतु 22 सितंबर 2018 को बैंगलोर में मानद डॉक्टरेट से भी सम्मानित हो चुके हैं .
डॉ रणधीर कुमार ने इस पीएचडी अवार्ड पूरा करने के दौरान सहयोग हेतु सुपरवाइजर डॉ अनीता कुमारी, आर के डी एफ विश्विद्यालय के कुलपति, कुलसचिव, डायरेक्टर रिसर्च, एग्जाम कंट्रोलर एवं अन्य अधिकारियों का उनके लगातार सहयोग हेतु आभार प्रकट किया है. इस शोध के दौरान लगातार गाइड करने हेतु सहयोग प्रदान हेतु रांची विश्विद्यालय के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा, झारखंड केंद्रीय विश्विद्यालय के पूर्व डीन प्रो बी पी सिन्हा, डॉ रबीन्द्रनाथ शर्मा, रांची विश्विद्यालय के पूर्व डीन प्रोफ जी एस झा समेत कई अन्य विश्विद्यालय के प्रोफेसर, शिक्षकगणों का आभार प्रकट किया है.
डॉ रणधीर ने अपने परिजनों दादा जी सेवानिर्वित प्रधानाध्यापक दिनेश्वर वर्मा,दादी मां स्मृतिशेष सावित्री देवी, पिता शिक्षक दीनदयाल प्रसाद, मां सावित्री देवी, चाचा शिक्षक विनोद कुमार, शिक्षक विकास कुमार, गृह मंत्रालय अधिकारी सुरेश वर्मा समेत संपूर्ण परिवार के सदस्यों का परस्पर सहयोग के कारण ही इतनी बड़ी सफलता को अपना बताया है, इन्होंने अभी का तहे दिल से आभार प्रकट किया.
अत्यंत पिछड़े ग्रामीण इलाके से सफर करते हुए एवं कई उपलब्धियों को सजोते हुए वर्तमान में डॉ रणधीर कुमार झारखंड के महत्वपूर्ण सरकारी संस्थान में अपनी सेवा दे रहे हैं.