SJAS सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल में 72 वर्षीय महिला का सफल हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी
बुजुर्ग महिला ने फिर से पाया चलने का सहारा
महिला की स्थिति गंभीर थी और स्थानीय प्रतिष्ठित अस्पतालों ने उनकी उम्र और हृदय संबंधी समस्याओं के चलते ऑपरेशन करने से इनकार कर दिया. निराश होकर उनके परिवार ने SJAS सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का रुख किया.
धनबाद: धनबाद के SJAS सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल में 72 वर्षीय महिला की हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी सफलतापूर्वक की गई है. यह सर्जरी उनके बाथरूम में गिरने के बाद हुई, जिसमें उनका दाहिना कूल्हा टूट गया था, जिसे मेडिकल भाषा में नेक-ओ-फेमर फ्रैक्चर कहा जाता है. इस चोट के कारण महिला को चलने-फिरने में कठिनाई का सामना करना पड़ा.
महिला की स्थिति गंभीर थी और स्थानीय प्रतिष्ठित अस्पतालों ने उनकी उम्र और हृदय संबंधी समस्याओं के चलते ऑपरेशन करने से इनकार कर दिया. निराश होकर उनके परिवार ने SJAS सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का रुख किया, जहां उन्हें उचित उपचार और विशेषज्ञता मिलने की उम्मीद थी.
हॉस्पिटल में आने के बाद, ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. अविनाश चौधरी ने मरीज का एक्स-रे किया, जिसमें उनके दाहिने कूल्हे में स्पष्ट रूप से फ्रैक्चर दिखाई दिया. सभी आवश्यक जांचें और कार्डियक क्लियरेंस के बाद, डॉक्टरों ने हिप जॉइंट प्रत्यारोपण करने का निर्णय लिया.
सर्जरी सफल रही और इसे सरलतापूर्वक पूरा किया गया. ऑपरेशन के बाद, महिला को बिना आईसीयू के सपोर्ट के जनरल वार्ड में रखा गया. उनकी प्रगति को देखते हुए, अगले दिन ही उन्हें वॉकर के सहारे चलने की अनुमति दी गई.
अस्पताल के सीईओ डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि यह सर्जरी ने महिला को एक नई जिंदगी दी है, और वे अब जल्द ही घर जाने के लिए तैयार हैं. यह घटना न केवल महिला के लिए एक नई शुरुआत है, बल्कि SJAS सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जिसने क्षेत्र में सफल हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी की है.
डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह का मानना है कि यह सर्जरी अन्य बुजुर्गों के लिए प्रेरणा बनेगी, जो स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण इलाज से हिचकिचा रहे हैं. अस्पताल ने इस सफलता के माध्यम से यह साबित किया है कि सही उपचार और विशेषज्ञता के साथ हर समस्या का समाधान संभव है.
मरीज़ के परिवार वालों ने अस्पताल सीईओ डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह एवं अस्पताल का धन्यवाद किया है. मरीज़ महिला अब स्वस्थ है, वह अपने पैरों पर चल कर अस्पताल से घर गयीं हैं और अपने परिवार के साथ अपनी सामान्य जिंदगी जी रही है.