राधास्वामी संगठन से जुड़े हैं 10 लाख लोग, चुनाव में साथ मिलने का पूरा भरोसा: अनीशा सिन्हा
गिरिडीह विधानसभा सीट से जागरूक जनता पार्टी की हैं उम्मीदवार
जागरूक जनता पार्टी की ओर से अपनी उम्मीदवारी की बात कहने वाली अनीशा इस बात को लेकर आश्वास्त हैं कि बीते 15 सालों में गिरिडीह की जनता ने उन्हें जो प्यार, सम्मान और अपनापन के जरिए जो समर्थन दिखाया है, वह आने वाले विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिलेगा और चुनाव में जीत दर्ज कर अपने क्षेत्र की समस्याओं को दूर करने की सार्थक पहल करेंगी
गिरिडीह: बीते 15 सालों से राधास्वामी संगठन से जुड़ी अनीशा सिन्हा इस बार विधानसभा चुनावी रण में दिखने वाली हैं। गिरिडीह जिले के 10 लाख लोगों तक अपने सामाजिक कार्यों से पहुंच बनाने वाले राधास्वामी संगठन के जरिए अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने वाली अनीशा सिन्हा इस बार गिरिडीह विधानसभा सीट से उम्मीदवार होंगी। जागरूक जनता पार्टी की ओर से अपनी उम्मीदवारी की बात कहने वाली अनीशा इस बात को लेकर आश्वास्त हैं कि बीते 15 सालों में गिरिडीह की जनता ने उन्हें जो प्यार, सम्मान और अपनापन के जरिए जो समर्थन दिखाया है, वह आने वाले विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिलेगा और चुनाव में जीत दर्ज कर अपने क्षेत्र की समस्याओं को दूर करने की सार्थक पहल करेंगी। समृद्ध झारखंड ने अनीशा सिन्हा से बातचीत की। इस बातचीत के संपादित अंश:
समृद्ध झारखंड: सामाजिक कार्यों से शुरू हुआ सफर राजनीति में उतरने तक कैसे पहुंचा?
अनीशा सिन्हा: गिरिडीह में बीते 15 सालों से राधास्वामी संगठन के साथ जुड़कर सामाजिक कार्यों को कर रही हूं। राधास्वामी संगठन का जिला प्रभारी होने के नाते इस बार जागरूक जनता पार्टी ने चुनाव की जिम्मेदारी भी सौंपी है और राजनीति में आना कभी भी लक्ष्य या मानसिकता नहीं रही है, राजनीति में कदम रखने का काम केवल इसलिए है ताकि बीते 15 सालों में संगठन के जरिए जो सामाजिक कार्य हुए हैं, लोगों के जीवन में बदलाव लाने का प्रयास हुआ है उसे ज्यादा से ज्यादा गहराई प्रदान की जा सके। लोगों की मदद से यदि विधायक बनने का मौका मिला तो निश्चित रूप से यह एक बड़ा अवसर होगा कि जब संगठन के जरिए जनता का ज्यादा से ज्यादा विकास हो सकता है तो हम जनता से जुड़े कार्यों व समस्याओं को एक पद पर बैठकर समाधान करने के लिए और ज्यादा अवसर मिलेंगे ताकि समाज के वैसे तबके जिसके पास शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास आदि का अभाव है तो उनके लिए ज्यादा काम कर सकें।
समृद्ध झारखंड: बीते 15 सालों में जिन समस्याओं या कामों को लेकर लोगों के बीच रहे, क्या उसे सुलझाने की दिशा में कभी कोई विधायक-सांसद ने पहल नहीं की ?
अनीशा सिन्हा: विधायक-सांसदों के कामों को लेकर कोई टिप्पणी करना सही नहीं होगा क्योंकि हमेशा से हमारा जोर अपने व संगठन के कार्यों पर रहा है ताकि लोगों को ज्यादा से ज्यादा लोगों की भलाई कर सकें। राधास्वामी संगठन केवल झारखंड में ही काम नहीं कर रहा बल्कि देश के 18 राज्यों में काम कर रहा है और लाखों लोग इससे जुड़े हैं। केवल गिरिडीह में ही 10 से 15 बेटियों की शादी में संगठन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बेटियों की शादी के माता-पिता के उस बड़े सपने को साकार करने और बेटियों को विदा करने में हमने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके अलावा जरूरतमंद लोगों को आवास उपलब्ध कराने में भी राधास्वामी संगठन ने काफी बढ़िया काम किया है। कई लोगों को घर दिलाया गया और नए आवास बनाने को लेकर भी तैयारियां की जा रही है। जबकि सरकार की आवास योजनाओं का क्या हाल है, यह किसी से छुपा हुआ नहीं है। भ्रष्टाचार और लालफीताशाही के चक्कर में योजनाएं कागजों पर ही रह जा रही है। राधास्वामी संगठन गिरिडीह में आम लोगों के लिए 15 अलग-अलग प्रकार की योजनाओं पर काम करता है। जिसमें मुख्य रूप से शिक्षा पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है, विशेषकर लड़कियों की शिक्षा पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। इसके अलावा माइक्रो ऋण के जरिए भी लोगों को आत्मनिर्भर होने में संस्थान मदद करती है।
समृद्ध झारखंड: आम लोगों के लिए सरकार की योजनाओं से जुड़कर भी क्या संगठन काम करती है खासकर लोकप्रिय योजनाओं से लोगों को जोड़ने की क्या कोशिश होती है?
अनीशा सिन्हा: सरकार की योजनाओं चाहे वह केंद्र की हो या राज्य सरकार की, राधास्वामी संगठन इससे लोगों को जोड़ने में कोई योगदान नहीं देता है बल्कि वह अलग से ही काम करता है। संगठऩ का मुख्य जोर अपने कार्यों के जरिए लोगों को मजबूत करने का है। पूरे देश में राधास्वामी संगठन से एक करोड़ से अधिक लोग जुड़े हैं और इन सभी लोगों से संगठन का आह्वान है कि वह प्रतिदिन एक रूपए और एक मुट्ठी अंशदान कर संगठन को दें जिससे लोगों को मजबूत करने में मदद मिल रही है।
समृद्ध झारखंड: चुनाव को लेकर संगठन या आपकी पार्टी किन मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रही है?
अनीशा सिन्हा: विधानसभा चुनाव को हमारी पार्टी पूरी मजबूती के साथ लड़ना चाहती है इसलिए पार्टी और राधास्वामी संगठन ने यह फैसला किया है कि हमलोग केवल आम लोगों से जुड़े जनमुद्दों पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे। इसके लिए प्रमुख रूप से शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य पर जोर होता है। जब तक बेहतर शिक्षा नहीं मिलेगी तब तक रोजगार की सुविधा उपलब्ध नहीं हो सकती है। इसके अलावा सड़क, नाली या जल जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार का काम है, इसलिए संगठन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। मुख्य रूप से शिक्षा पर ध्यान देकर लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने से ही लोगों की आर्थिक स्थिति बेहतर हो सकेगी। इसके लिए सिर्फ गिरिडीह में ही 500 से अधिक निःशुल्क कोचिंग की व्यवस्था बच्चों के लिए की गई है और इसमें संबंधित शिक्षकों को वैक्लपिक रोजगार के तहत मानदेय भी उपलब्ध कराया गया है ताकि बच्चों की पढ़ाई बेहतर होने के साथ-साथ लोगों को कमाई का एक जरिया भी मिल गया है और इससे अपने क्षेत्र के विकास का भी अवसर मिल रहा है।
समृद्ध झारखंड: समाज सेवा के इस विकेंद्रीकृत स्वरूप का आइडिया कहां से आया ?
अनीशा सिन्हा: यह आइडिया कहीं आने का नहीं है बल्कि बीते 15 साल से समाज सेवा से जुड़े रहने की प्रेरणा है। गिरिडीह के सभी मुद्दों को दूर करने को लेकर संगठन ने जो प्रयास इन सालों में किया है, उसकी वजह से ही अब राजनीति में आने को लोग प्रेरित कर रहे हैं। संगठन के रूप में काम करके लोगों का जो भरोसा मिला है वह निश्चित रूप से राजनीति के क्षेत्र में भी काम करके और मजबूत बनेगा। इससे स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में जो काम किया गया है वह महत्वपूर्ण है।
समृद्ध झारखंड: मुख्य धारा वाली पार्टियों से अलग चुनावी राजनीति में आने के लिए नए दल को चुनने का फैसला कैसा रहा?
अनीशा सिन्हा: जागरूक जनता पार्टी राधास्वामी संगठन की अपनी पार्टी है। राधास्वामी संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक शर्मा और जागरूक जनता पार्टी के अध्यक्ष मिथिलेश चौबे ने संयुक्त रूप से य़ह फैसला किया कि राधास्वामी संगठन के लोग आगामी चुनाव में पांच सीटों पर लड़ेंगे, जिसमें गिरिडीह जिले में दो सीटों पर प्रत्याशी बनाए गए हैं। गिरिडीह से मैं स्वंय अनीशा सिन्हा और गांडेय से शमीम अख्तर चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा राधास्वामी संगठन के लोग तीन अन्य सीटों भवनाथपुर, गढ़वा और विश्रामपुर से भी चुनाव लड़ेंगे। पार्टी राज्य के सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी।
समृद्ध झारखंड: चुनाव में जीतने की कितनी संभावना है?
अनीशा सिन्हा: चुनावी हार-जीत की संभावना का आकलन करना बेहद मुश्किल है। यह दावा कभी भी कोई नहीं कर सकता है कि चुनाव में किसकी जीत होगी और किसकी हार। इसे लेकर अपनी ओर से कोई टिप्पणी करना भी मेरे लिए सही नहीं होगा वैसे अनुमान लगाने की बात अलग है, हालांकि मुझे अपने किए गए काम पर पूरा भरोसा है और यह जनता को तय करना है कि राधास्वामी संगठन के जरिए अगर मैने काम किया है तो चुनाव में वोट देने का निर्णय ले। लेकिन मतदाताओं से यह जरूर अपील है कि वह सभी उम्मीदवारों को काम के आधार पर उऩका आकलन करे और उन्हें वोट दे, वैसे जनता का प्यार मुझे पूरा मिल रहा है क्योंकि जितनी सभाओं में जाना होता है वहां आधे से अधिक लोग पहले से ही राधास्वामी संगठन से जुड़े हैं और हमारे काम से परिचित हैं। तो ऐसे में आधे काम को जनता करने का मन बना चुकी है। वैसे चुनाव है सभी लोग जानते हैं कि चुनाव में क्या होता है और नहीं होता।
समृद्ध झारखंड: मुख्य धारा की पार्टियों की राजनीति को किस नजरिए से देखती हैं?
अनीशा सिन्हा: देखिए, मुख्य धारा की पार्टियों के राजनीति को हम गलत नजरिए से नहीं देखते हैं, यह जनता ही तय करेगी कि उन्हें करना क्या है। क्योंकि एक-एक वोट चुनाव में मायने रखता है। आज 78 साल हो गया है लेकिन इस दौरान क्षेत्र का क्या और कितना विकास हुआ, यह जनता ही जानती है, हर पांच साल पर विधायक-सांसद बदलते रहे हैं, लेकिन उन्होंने क्या किया है अपने क्षेत्र के विकास के लिए, यह क्यों नहीं बताते हैं, जनता देख रही है कि उनका और समाज का कितना विकास हुआ है लेकिन बीते 15 सालों में राधास्वामी संगठन के जरिए विकास का जो भी काम हुआ उससे जनता पूरी तरह से संतुष्ट है। आज जनता को यदि कोई जरूरत है तो उसे पूरा करने के लिए वह संगठन के पास आती है तो ऐसे में उन्होंने अपना वोट किसे दिया और उन्होंने जनता के लिए क्या किया, यह जरूर पूछा जाता है। वैसे यह जरूर है कि यदि मुझे पांच सालों के लिए काम करने का मौका मिला तो जरूर वह विकास का एक नया मॉडल होगा कि काम कैसे होता है।
समृद्ध झारखंड: राजनीति में आपका कोई रोल मॉडल या प्रेरक व्यक्तित्व रहा है?
अनीशा सिन्हा: देखिए ऐसा कोई या कुछ नहीं है। हम केवल राधास्वामी संगठन को देखकर आए हैं। मेरे लिए कोई अच्छे या खराब हैं, ऐसी कोई मेरी कोई मंशा या सोच नहीं है। किसी राजनीतिक दल या नेता को देखकर नहीं बल्कि अपनी सोच या काम के लिए आए हैं। राधास्वामी संगठन ही हमारा सबकुछ है, उसके लिए काम करना ही मेरा एकमात्र लक्ष्य है। हम सफलतापूर्वक अपने काम को पूरा किए हैं और आने वाले समय में भी चाहते हैं कि हम अपना काम करते रहें चाहे विधायक बन भी जाएं तो समाजसेवा करते रहे हैं, करते रहेंगे। विधायक के रूप में जो भी दायित्व मिलेगा उसे भी पूरा करेंगे लेकिन मुख्य रूप से समाजसेवा ही मेरा काम है।
समृद्ध झारखंड: वर्तमान राजनीति में यह ट्रेंड रहा है कि नए लोगों को जो मुख्य धारा वाली पार्टियों से नहीं है, उन्हें मौका नहीं देती है, यह कितनी बड़ी चुनौती है?
अनीशा सिन्हा: मुझे किसी से कोई आपत्ति नहीं है, इसलिए मुझे किसी को कई चुनौती नहीं देना है। मेरा लक्ष्य केवल अपने लोगों का, अपने क्षेत्र का विकास करना है। जो राजनीति करेगा वह अपेन क्षेत्र का विकास नहीं करेगा। मुझे अपने क्षेत्र को बदलना है, क्षेत्र का विकास करना है। वर्तमान समय में राजनीतिक दल एक ब्रांड हो गए है, वह क्या किए हैं या नहीं. इस पर कुछ नहीं कहना है लेकिन मेरा अलग सोच है। जिसे अपने संगठन के माध्यम से पूरा करना है और उसी सोच से राजनीति में आए हैं। जनता की जो भी आकांक्षाएं पूरी हुई है, उसके आधार पर जनता तय करेगी कि उन्हें चुनाव में क्या करना है और किसे सपोर्ट करना है।
समृद्ध झारखंड: सरकार की योजनाओं खासकर मंईयां सम्मान योजना समेत अन्य योजनाओं को लेकर क्या कहना है ?
अनीशा सिन्हा: यह मंईयां सम्मान योजना पांच साल में क्यों आया है, जब चुनाव आया है तो सरकार इसे लागू कर रही है क्यों, क्योंकि उसे वोट हासिल करना है। वैसे यह मंईयां सम्मान नहीं बल्कि अपमान योजना है। क्योंकि जो काम सरकार आज लेकर आई है वह काम राधास्वामी संगठन 15 सालों से कर रही है। संगठन से जुड़ी बच्चियों के माताओं को पेंशन के रूप में संगठन की ओर से राशि दी जा रही है। यह सभी लोग जानते हैं कि इसके जरिए सरकार क्या हासिल करना चाहती है। रही बात अबुआ आवास योजना, तो इससे संगठन को कोई मतलब नहीं है क्योंकि संगठन अपने तरीके से घर बनाकर लोगों को दे रही है। योजना के तहत सरकार जो दो लाख की राशि दे रही है, उससे घर नहीं बनता है, उतना पैसा तो केवल पाइलिंग में ही खर्च हो जाता है, तो ऐसे में लोग लोन लेकर घर बनाने को मजबूर होते हैं। जबकि राधास्वामी संगठन पैसा नहीं बल्कि घर बनाकर दे रही है और संगठन ने यह गिरिडीह व गांडेय दोनों जगहों पर किया है। आने वाले समय में भी संगठन वैसे सभी लोगों को घर देगी जिनके पास घर नहीं है।
समृद्ध झारखंड: चुनावी रणनीति क्या है, क्या किसी घोषणा पत्र के सहारे चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी है ?
अनीशा सिन्हा: हम चुनावी घोषणा पत्र के आधार पर चुनाव लड़ने नहीं जा रहे हैं बल्कि गिरिडीह जिले में 10 लाख लोग राधास्वामी संगठन से जुड़े हुए हैं और लोगों को जैसे जैसे चुनाव लड़ने की तैयारी के बारे में पता चल रहा है तो लोग स्वंय सभाओं के लिए बुला रहे हैं, ऐसे में यह चुनाव राधास्वामी संगठन अपने परिवार के सहारे चुनाव लड़ेगा। लोग स्वंय इससे जुड़े रहे हैं। लगातार सोशल मीडिया में भी संगठन के कामों को लेकर प्रचार प्रसार हो रहा है, जनता भरपूर अपना प्यार व समर्थन दे रही है। सोशल मीडिया के जरिए भी चुनाव हो या संगठन का काम, लोगों के बीच आसानी से पहुंच जा रहा है निश्चित रूप से इसके जरिए प्रचार-प्रसार में मदद मिलती है। इसके अलावा स्थानीय मीडिया का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है क्योंकि उन्होंने भी संगठन का देखा है और उसके आधार पर ही वह साथ देने को खड़े हो रहे हैं।
समृद्ध झारखंड: गिरिडीह में माइका उद्योग को लेकर क्या रणनीति है, क्योंकि इससे जिले का एक बड़ा वर्ग जुड़ा हुआ है ?
अनीशा सिन्हा: देखिए, इस मुद्दे पर फिलहाल कुछ भी बोलना संभव नहीं है क्योंकि किसी जिम्मेदारी के पद पर नहीं हैं। यह मेरे लिए दूसरी वरीयता वाले मुद्दे हैं, क्योंकि अब तक जो भी काम किया है वह संगठन के जरिए किया है। ऐसे में जीतने के बाद क्या होगा, यह बाद में तय होगा।