पार्टियां आदिवासियों पर लगा रही जोर, किसे सत्ता पर विराजेंगे जनजाति समुदाय
झारखंड में भाजपा, झामुमो व अन्य दल सभी आदिवासी समुदायों को अपनी ओर खींचने की कोशिश कर रहे हैं. क्योंकि सत्ता तक पहुंचने का रास्ता यहीं से होकर जाता है.
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा, झामुमो और कांग्रेस ने अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित सीटों पर खासा जोर लगाया है. सत्ता तक पहुंचने का रास्ता भी इन्हीं सीटों से होकर गुजरता है. एसटी सीटों को अपनी ओर करने के लिए सभी पार्टियां जोर लगा रही हैं.
झारखंड गठन से पहले झामुमो था एसटी सीटों पर खराब प्रदर्शन
राज्य गठन से पूर्व हुए अंतिम चुनाव में jmm का एसटी सीटों पर सबसे खराब प्रदर्शन था. झारखंड वाले हिस्से में पड़ने वाले इलाके की 28 एसटी सीटों में झामुमो छह सीट पर जीता था. झारखंड गठन के बाद एसटी सीटों पर झामुमो का प्रदर्शन लगातार सुधर रहा है. झारखंड गठन के बाद हुए पहले चुनाव (2005) में झामुमो तथा भाजपा ने नौ-नौ सीटों पर जीत दर्ज की थी. 2009 में झामुमो 10 सीटों पर जीता था. 2014 में 14 तथा 2019 में झामुमो को 19 सीटों पर जीत मिली थी.