प्रदूषण से दिल्ली जैसी स्थिति भविष्य में हमारे यहां भी उत्पन्न हो सकती है, सतर्क रहें

भारत स्काउट एंड गाइड के स्थापना दिवस पर पर्यावरण संरक्षण रैली निकाली गयी

आज जिस तरह से पर्यावरण और वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण से मानव जीवन कराह रहा है, खासकर के युवा पीढ़ी और आने वाली पीढ़ी के लिए बड़ी चुनौती और संकट विकराल होने का खतरा है।
डीएफओ मनीष तिवारी ने पेड़ कटाई पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा, साथ ही जिस तरह से दिल्ली में वायु प्रदूषण के कारण लोग बीमार हो रहे हैं, स्कूल शैक्षणिक संस्थान बंद हो रहे हैं, हो सकता है कल हमारी भी बारी आ सकती है।
अतः आज से हम शपथ और प्रतिज्ञा लें कि प्रकृति और पर्यवारण को किसी तरह का कोई छेड़छाड़ नहीं करेंगे, पेड़ लगाएंगे, पेड़ बचाएंगे, स्वच्छता अपनाएंगे एवं प्लास्टिक पॉलिथीन थर्मोकोल और अन्य दूषित पदार्थों का प्रयोग नहीं करेंगे। वहीं भू वेज्ञानिक डॉ रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि आज प्रदूषण वैश्विक महामारी बनता जा रहा है। जलवायु परिवर्तन का प्रभाव हमारे मानव जीवन या खेती, पृथ्वी, मिट्टी दूषित होने से दैनिक जीवन पर एवं खासकर के युवा पीढ़ी पर पड़ रहा है। हर दूसरा व्यक्ति किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त है। अतः हर उत्सव पर पेड़ लगाएं, पेड़ बचाएं एवं प्रकृति की ओर प्रकृति आधारित होना होगा। विकास के नाम पर अंधाधुन पेड़ की कटाई, भूजल का दोहन-शोषण, पहाड़ पेड़-पौधे एवं गंगा जल को प्रदूषित ना करें। जलीय जीव, वन जीव का संरक्षण करें। यही जीवन और जीव का आधार है। वहीं, नगर अध्यक्ष श्रीनिवास यादव ने छात्र-छात्राओं को एक जिम्मेदार नागरिक बनने और स्वच्छता के साथ-साथ पर्यावरण और मानवता, अनुशासन अपने आचार-विचार में लाने की बात कही। उमाशंकर सिंह ने भारत स्काउट एंड गाइड के स्थापना के उद्देश्यों का विस्तार से वर्णन किया। इसमें मुख्य रूप से विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं एवं उसके शिक्षक उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य इगनासियुस लकड़ा ने किया। शिक्षक सुनील एक्का, बेन जान, कविता रक्षित कार्नेलियस कुजूर, पुनिता बाड़ा ने आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।