भगवान बिरसा मुंडा के परपोते मंगल मुंडा के निधन पर बाबूलाल मरांडी ने जताया शोक
बाबूलाल मरांडी ने व्यवस्था पर उठाये सवाल
बाबूलाल मरांडी ने कहा, सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद जिस तरह से उन्हें इलाज के लिए तड़पना पड़ा, वह हमारी व्यवस्था की संवेदनहीनता को दर्शाता है.
रांची: धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के परपोते मंगल मुंडा का गुरुवार की देर रात रिम्स में निधन हो गया. उनके निधन पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने दुःख व्यक्त किया है. इस संबंध में उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट साझा किया है. पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के परपोते मंगल मुंडा जी का असामयिक निधन अत्यंत दुखद और हृदय विदारक है.
सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद जिस तरह से उन्हें इलाज के लिए तड़पना पड़ा, वह हमारी व्यवस्था की संवेदनहीनता को दर्शाता है. इतनी नाजुक स्थिति में भी उन्हें समय पर ट्रॉमा सेंटर में बेड नहीं मिला. इलाज शुरू करने में 10 घंटे की देरी हुई. परिजनों को ₹15,000 की दवाएं भी खुद खरीदनी पड़ीं. अबुआ सरकार में एक गरीब आदिवासी की जिंदगी की कीमत आज बस इतनी ही रह गई है. यह केवल मंगल मुंडा जी की मौत नहीं, बल्कि व्यवस्था के द्वारा उनकी हत्या है.
बाबूलाल ने कहा, जिस झारखंड को बिरसा मुंडा के आदर्शों पर चलना चाहिए था, वहां उनके वंशज के साथ ऐसा व्यवहार होना हर संवेदनशील व्यक्ति को झकझोर कर रख देता है. क्या आज हमारी सरकार और व्यवस्था में गरीबों की कोई जगह नहीं बची है? यह सवाल सिर्फ मंगल मुंडा के परिवार का नहीं, बल्कि झारखंड के हर गरीब आदिवासी का है.
धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के परपोते मंगल मुंडा जी का असामयिक निधन अत्यंत दुखद और हृदय विदारक है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) November 29, 2024
सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद जिस तरह से उन्हें इलाज के लिए तड़पना पड़ा, वह हमारी व्यवस्था की संवेदनहीनता को दर्शाता है।
इतनी नाजुक स्थिति में भी उन्हें समय पर…