रांची में टीबी मरीजों के खोज के लिए चलाया जाएगा 30 दिनों का अभियान

समृद्ध डेस्क, रांची: टीबी बीमारी को लेकर झारखंड स्वास्थ्य विभाग सजग होता हुआ नजर आ रहा है. झारखण्ड के स्वास्थ्य विभाग द्वारा रांची में टीबी के मरीजों की खोज आज मंगलवार से शुरू कर दी गई है. प्रभात खबर में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार सर्जन डॉक्टर विनोद कुमार ने सोमवार को दी गई प्रेस वार्ता में बताया है कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें डोर टू डोर जाकर परिवार के सदस्यों की जानकारी ले रही है. आपको बता दें कि यह अभियान मंगलवार 21 सितंबर से 20 अक्टूबर तक चलाया जाएगा.

स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए गए इस अभियान में रांची के ग्रामीण और शहरी इलाकों में मिलाकर कुल 34,319 घरों का सर्वे किया जाना है. इस दौरान टीबी के लक्षण मिलने पर सैंपल लेकर उसकी जांच कराई जाएगी. अगर किसी की रिपोर्ट में टीबी बीमारी निकलती है तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा इलाज करवाया जाएगा. इसके अलावा मरीज दवाइयों का कोर्स पूरा करे इसपर भी नजर रखी जाएगी.
रांची के अलावा दूसरे शहरों में भी चलाया जा सकता है यह अभियान
आपको बता दें कि स्वास्थ विभाग द्वारा फिलहाल यह अभियान रांची के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शुरू किया गया है. ऐसा माना जा रहा है कि इसके बाद दूसरे शहरों में भी अभियान चलाया जा सकता है.
दवाइयों का कोर्स पूरा करना है जरूरी
टीबी बीमारी होने पर मरीजों को 6 महिने के दवाइयों का कोर्स पूरा करना जरूरी होता है. ऐसा नहीं करने पर मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस (MDT-TB) होने का खतरा रहता जिसे ठीक होने में डेढ़ से दो साल का वक्त लगता है.