झारखंड में बड़े खेल की तैयारी! 30 सीट आने पर कांग्रेस बना सकती है अपना सीएम
वर्ष 2019 में 31 सीटों पर चुनाव लड़ कर 17 पर मिली थी जीत
पिछली बार कांग्रेस ने 31 सीटों पर चुनाव लड़ कर 17 सीटों पर जीत हासिल की थी. इस बार 32 सीटों पर अपनी दावेदारी ठोकी जा रही है, साफ है कि यदि 30 का आंकड़ा छूना है तो उसे सौ फीसदी सीटों पर जीत सुनिश्चित करनी होगी, लेकिन यह किसी भी कीमत पर मुमकीन नजर नहीं आता.
रांची: चुनावी समर में हर सियासी दल की रणनीति अपने कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार और हौसला आफजाई की होती है, लेकिन अपने कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार करते करते प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने यह कह कर सबों चौंका दिया है कि यदि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के हिस्से में 30 सीटें आती है तो जरुरी नहीं है कि सीएम की कुर्सी हेमंत सोरेन के पास रहे, 30 या उससे अधिक सीट आने पर सीएम की कुर्सी कांग्रेस के हिस्से में भी आ सकती है, उन्होंने कहा कि यदि हम 30 का आंकड़ा छू लेते हैं तो उस हालत में सीएम की कुर्सी रोटेशन के आधार पर हो सकता है.
वर्ष 2019 में 31 सीटों पर चुनाव लड़ कर 17 पर मिली थी जीत
आपको बता दें कि पिछली बार कांग्रेस ने 31 सीटों पर चुनाव लड़ कर 17 सीटों पर जीत हासिल की थी. इस बार 32 सीटों पर अपनी दावेदारी ठोकी जा रही है, साफ है कि यदि 30 का आंकड़ा छूना है तो उसे सौ फीसदी सीटों पर जीत सुनिश्चित करनी होगी, लेकिन यह किसी भी कीमत पर मुमकीन नजर नहीं आता. झारखंड में कांग्रेस का पास ना तो कोई बड़ा चेहरा है ना ही जमीन स्तर पर खून पसीना बहाने वाले कार्यकर्ता, इस हालत में यह महज अपने कार्यकर्ताओं का हौसला आफजाई ही नजर आता है. गुलाम अहमद मीर ने दावा किया कि राहुल गांधी को पीएम बनाने की चाभी झारखंड के पास है. यदि लोकसभा चुनाव की तरह ही महागठंबधन अपना जोर लगाता है तो भाजपा की सीटों की संख्या में अप्रत्याशित कमी आयेगी और इसका सीधा लाभ राहुल गांधी को मिलेगा. कांग्रेस में आतंरिक अंतर्कलह की चर्चा करते हुए गुलाम अहमद मीर ने कहा कि दूसरे में यह हिम्मत कहां है कि वह हमें चुनाव अखाड़े में परास्त कर सके, हमारे हिस्से हार तो अपने कार्यकर्ताओं के कारण ही मिलता रहा है. लेकिन इस बार इस तरह की किसी भी कोशिश को बर्दास्त नहीं किया जायेगा, टिकट किसी को भी मिले, लेकिन पार्टी का हर कार्यकर्ता उसकी जीत के लिए अपना जी जान लगायेगा, यदि किसी ने गलतफहमी पाली तो ऐसे लोगों को पार्टी बाहर का रास्ता दिखलाने में देरी नहीं करेगी.