Koderma News: राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर मॉडर्न पब्लिक स्कूल में ‘दिखाओ और बताओ’ प्रतियोगिता का आयोजन
प्राचार्य बोले- सहानुभूति, सम्मान और समानता हमारे जीवन की आधारशिला होनी चाहिए
झुमरी तिलैया स्थित मॉडर्न पब्लिक स्कूल में राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया गया. जिसे छात्रों को मानवाधिकारों के महत्व को समझने और सराहने में संलग्न करने के लिए रचित किया गया है.
कोडरमा: झुमरी तिलैया स्थित मॉडर्न पब्लिक स्कूल में राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया गया. जिसे छात्रों को मानवाधिकारों के महत्व को समझने और सराहने में संलग्न करने के लिए रचित किया गया है. यह कार्यक्रम उस दिन के महत्व के संक्षिप्त परिचय के साथ शुरू हुआ, जिसमें मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा और सभी के लिए समानता, गरिमा और सम्मान को बढ़ावा देने में इसकी प्रासंगिकता पर जोर दिया गया. विभिन्न ग्रेड के छात्रों ने रचनात्मक प्रस्तुतियाँ, पोस्टर और मौलिक मानवाधिकारों का प्रतीक वस्तुओं का प्रदर्शन करते हुए गतिविधि में उत्साहपूर्वक भाग लिया. उनके प्रयासों ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, शिक्षा का अधिकार और लैंगिक समानता जैसे विषयों पर प्रकाश डाला. इसके अलावा विद्यालय के प्राइमरी छात्रों के लिए दिखाओ और बताओ कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे छात्रों ने शानदार प्रस्तुति दी.
प्रतियोगिता में कक्षा प्रथम से अशवि राणा प्रथम, अनिका चावला द्वितीय, कैंची सिंह तृतीय स्थान पर रहे. कक्षा द्वितीय से महक सिंह प्रथम, सात्विक पांडेय एवं पूनम कुमारी द्वितीय एवं संध्या कुमारी तृतीय स्थान पर रहे. कक्षा तृतीय से लक्ष्य दारुका प्रथम, कृशव कुमार द्वितीय एवं संस्कृति तृतीय स्थान पर रहे. कक्षा चतुर्थ एवं पंचम से आराध्य मिश्रा प्रथम, सरस वर्धन द्वितीय, अमृत कौर तृतीय स्थान पर रहे.
कार्यक्रम में छात्रों को सम्बोधित करते हुए विद्यालय के प्राचार्य शैलेन्द्र कुमार ने कहा कि सहानुभूति, सम्मान और समानता हमारे जीवन की आधारशिला होनी चाहिए. इस तरह की गतिविधियाँ छात्रों को गंभीर रूप से सोचने और बड़े समाज में जिम्मेदारी से कार्य करने के लिए सशक्त बनाती हैं. विद्यालय की निदेशिका संगीता शर्मा ने छात्रों को अपने समुदायों में मानवाधिकारों की वकालत करने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि हमारे राष्ट्र के भविष्य के रूप में, आपके पास न्याय और समानता को बनाए रखने की शक्ति है. आपके आज के कार्य एक बेहतर कल को आकार दे सकते हैं. कार्यक्रम को सफल बनाने में पुरे विद्यालय परिवार की भूमिका सराहनीय रही.