JSSC CGL परीक्षाफल में हाई लेवल धांधली: देवेन्द्र नाथ महतो
राजधानी रांची में निकला गया भव्य कैंडल मार्च
यह संध्याकालीन कैंडल मार्च जयपाल सिंह स्टेडियम से अल्बर्ट एक्का चौक तक निकाला गया
रांची: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा संचालित CGL परीक्षा का विरोध तेज हो गया है. विरोध में छात्र सड़कों पर उतर आए हैं. मंगलवार को प्रशासन द्वारा हजारीबाग के आंदोलनरत छात्रों पर लाठीचार्ज भी किया गया जिसमें कई छात्र गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं. घायल छात्र अभी अस्पताल में इलाजरत है. जिससे छात्रों एवं अभिभावको में भी भारी नाराजगी देखा गया है. इस बेरहमी लाठी चार्ज का झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन ने भी विरोध किया. JLKM के वरीय उपाध्यक्ष सह छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो ने आज बुधवार को सरकार और प्रशासन के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला. यह संध्याकालीन कैंडल मार्च जयपाल सिंह स्टेडियम से अल्बर्ट एक्का चौक तक निकाला गया. विरोध प्रदर्शन के दौरान शहिद अल्बर्ट एक्का रांची में छात्रों एवं अभिभावको का भारी भीड़ देखा गया. छात्रों में भारी नाराजगी एवं गुस्सा देखा गया. अभ्यर्थियों ने जमकर JSSC आयोग और राज्य सरकार विरोधी नारे लगाए. घंटो तक सड़क में जाम की स्थिति बन रही.
मौके पर मीडिया संबोधन में लाठी चार्ज का कड़ी निंदा करते हुए छात्र नेता देवेन्द्र नाथ महतो ने दोषी अधिकारियों पर करवाई करने का मांग किया एवं CGL परीक्षाफल पर धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि कट-ऑफ अंक जारी नही कर सीधे चयनित छात्रों का सुची जारी करना सेटिंग-गेटिंग साबित करता है. पहले दिन के इस परीक्षा में लगभग मात्र 82 छात्रों का ही सिलेक्शन हुआ था जबकि दूसरे दिन 22 सितम्बर को हुए परीक्षा में लगभग 2149 छात्रों का सिलेक्शन हुआ है जो कि एक गंभीर जांच का विषय है. छात्रों का भविष्य का ख्याल रखते हुए तत्काल डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन पर रोका लगाया जाय एवं इस विवादित परीक्षाफल को रद्द कर पुनः प्रदर्शिता के साथ परीक्षा का आयोजन करना चाहिए.
राजधानी रांची में कैंडल मार्च के दौरान आज देवेंद्र नाथ महतो के साथ चंदन रजक, खगेन महतो, हर्षित सिंह, कर्मु मुंडा, लक्ष्मी कुमारी, रवी मंडल, विजय, प्रभु, विष्णु आदि हजारों की संख्या में अभ्यर्थी, कोचिंग संचालक शिक्षक एवं अभिभावकगण उपस्थित रहे. आक्रोशित छात्र JSSC CGL परीक्षाफल रद्द करना होगा, झारखंड सरकार हाय-हाय, सेटिंग गेटिंग नाय चलतो और सरकार विरोधी नारे जम कर लगे.