Koderma News: विनोबा भावे विवि के कुलपति का अग्रवाल समाज व प्रेरणा शाखा ने किया स्वागत
कुलपति बोले- नारी एक पीढ़ी की निर्माता है
डॉ. पवन पोद्दार ने कहा कि नारी एक पीढ़ी की निर्माता है. यदि नारी शिक्षित होगी, तो पूरा परिवार शिक्षित होता है. उन्होंने माताओं से अपने बच्चों को संस्कार और संस्कृति आधारित शिक्षा देने का आग्रह किया.
कोडरमा: विनोबा भावे विश्वविद्यालय,हज़ारीबाग के कुलपति प्रो. (डॉ.) पवन कुमार पोद्दार का अग्रवाल समाज और प्रेरणा शाखा के द्वारा झुमरी तिलैया मे आयोजित सादे समारोह में शिरकत की. यह कार्यक्रम अग्रवाल समाज के अध्यक्ष कैलाश चौधरी के कार्यालय सभागार में आयोजित हुआ, जहां डॉ. पोद्दार का पुष्पगुच्छ,अंग वस्त्र व पुस्तक देकर सम्मान किया गया. इस अवसर पर अग्रवाल समाज के अध्यक्ष कैलाश चौधरी, पूर्व अध्यक्ष श्याम सुंदर सिंघानिया, महेश दारुका, कार्यकारिणी सदस्य अरविंद चौधरी, मारवाड़ी युवा मंच की प्रेरणा शाखा की अध्यक्ष सारिका लड्ढा,उपाध्यक्ष शालू चौधरी और कोषाध्यक्ष नेहा बजाज समेत कई गणमान्य उपस्थित थे.
इस अवसर पर डॉ. पवन पोद्दार ने कहा कि नारी एक पीढ़ी की निर्माता है. यदि नारी शिक्षित होगी, तो पूरा परिवार शिक्षित होता है. उन्होंने माताओं से अपने बच्चों को संस्कार और संस्कृति आधारित शिक्षा देने का आग्रह किया, जिससे वे बड़े अधिकारी बनने के साथ-साथ अच्छे इंसान भी बन सकें. इस अवसर पर अग्रवाल समाज और प्रेरणा शाखा के सदस्यों ने बेहतर शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की अपील की, जिसे कुलपति ने पूरी निष्ठा से पूरा करने का आश्वासन दिया.
पढ़ाई के साथ-साथ कला संस्कृति कें साथ-साथ खेल कूद को बढ़ावा देना प्राथमिकता: पोद्दार
कुलपति डॉ. पवन पोद्दार ने पत्रकारों से बात के दौरान कहा कि विश्वविद्यालय न केवल शिक्षा बल्कि खेल, कला और संस्कृति के माध्यम से विद्यार्थियों में उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर रहा है. उन्होंने कहा कि 18-20 दिसंबर को चतरा कॉलेज में युवा महोत्सव का आयोजन होगा, जिसमें कोडरमा, हजारीबाग, गिरिडीह, चतरा और रामगढ़ के कॉलेजों के विद्यार्थी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे. इसके अलावा, 4-5 दिसंबर को हजारीबाग के कोलंबस कॉलेज में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता और 6 दिसंबर को केबी वीमेंस कॉलेज में खो-खो प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी.
शिक्षा और शिक्षकों की बहाली पर जोर
उन्होंने यह भी बताया कि बीएड संकाय के अंतर्गत सभी सीटें भरी जा चुकी हैं और जनवरी से विभिन्न कॉलेजों में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की बहाली की जाएगी. इसके अतिरिक्त, वे बिनोद बिहारी महतो विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति के रूप में बहाली की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक आरंभ कर चुके हैं, जिसे सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है.
शिक्षा के मूल उद्देश्य पर प्रकाश
डॉ. पोद्दार ने शिक्षा को अमूल्य धरोहर बताते हुए कहा कि इसका उद्देश्य केवल जीविकोपार्जन नहीं, बल्कि नैतिकता, मानवीय मूल्यों और सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देना होना चाहिए. उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे अपने कर्तव्यों और दायित्वों को ईमानदारी से निभाएं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने में योगदान दें.