Koderma News: झुमरी तिलैया की रितु सिंह का गणतंत्र दिवस परेड के लिए हुआ चयन
माता-पिता के बिना भी नहीं हारी हिम्मत
रितु सिंह प्रधानमंत्री के समक्ष झारखंड-बिहार की संस्कृति का प्रदर्शन करेंगी. रितु सिंह ने कड़ी मेहनत और अदम्य साहस के साथ झारखंड और बिहार का नाम रोशन किया है.
कोडरमा: जगन्नाथ जैन कॉलेज की छात्रा और एनसीसी कैडेट रितु सिंह ने कड़ी मेहनत और अदम्य साहस के साथ झारखंड और बिहार का नाम रोशन किया है. रितु का चयन इस वर्ष गणतंत्र दिवस परेड में बिहार-झारखंड की सांस्कृतिक झलक प्रस्तुत करने के लिए हुआ है. रितु ने कहा, यह अवसर मेरे लिए मेरे माता-पिता का सपना पूरा करने जैसा है.
44 कैडेट्स में से 32 में चयन, अब दिल्ली की तैयारी
पटना में आयोजित आरडी-3 कैंप में 44 कैडेट्स में से केवल 32 का चयन हुआ,जिनमें रितु सिंह भी शामिल हैं. अब 18 से 27 दिसंबर तक पटना में आयोजित आरडी लॉन्चिंग कैंप में इन 32 कैडेट्स की गहन प्रैक्टिस होगी. इसके बाद रितु और अन्य चुने गए कैडेट्स सीधे दिल्ली रवाना होंगे,जहाँ गणतंत्र दिवस परेड के लिए अंतिम तैयारियाँ होंगी. रितु को 26 जनवरी को बिहार-झारखंड की कला और संस्कृति को प्रधानमंत्री और देशभर के दर्शकों के सामने प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा.
पिता का सपना और माता-पिता की प्रेरणा
रितु ने अपने माता-पिता, स्वर्गीय संजय सिंह और स्वर्गीय रीता देवी को याद करते हुए कहा मेरे माता-पिता की प्रेरणा ने मुझे कभी हारने नहीं दिया. उनके सपने ने मुझे हर मुश्किल को पार करने का साहस दिया. रितु की माता का निधन 2012 में और पिता का 2021 में हुआ. झुमरी तिलैया में तिलैया क्लिनिक के पास स्थित अपने घर से संघर्षों का सफर तय करते हुए रितु ने एनसीसी में 11वीं कक्षा से कदम रखा.
झारखंड-बिहार की सांस्कृतिक पहचान को आगे बढ़ाने का सपना
रितु का सपना न केवल गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होना है बल्कि झारखंड और बिहार की कला और संस्कृति को प्रधानमंत्री और देशभर के लोगों के सामने प्रस्तुत करना है. उन्होंने कहा, एनसीसी ने मुझे आत्मविश्वास दिया और मेरे सपनों को आकार दिया. मैं देश और झारखंड-बिहार के लिए कुछ करना चाहती हूं.
आर्मी में करियर बनाने का इरादा
रितु का लक्ष्य सेना में एक अधिकारी बनकर देश की सेवा करना है. उन्होंने कहा की मेरा सपना पिता का सपना है. जिले का नाम रोशन करना चाहती हूं और देश की रक्षा में योगदान देना चाहती हूं. झारखंड से कोडरमा की अकेली कैडेट रितु सिंह अपनी मेहनत और लगन से एक मिसाल बन रही हैं. उनके जज्बे को देखकर जिले और राज्य के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं. अब 26 जनवरी का इंतजार है, जब रितु पूरे देश के सामने अपनी प्रतिभा और संस्कृति की छवि प्रस्तुत करेंगी.