देवघर एम्स की ओपीडी का मनसुख मंडाविया ने किया उदघाटन, तीन राज्यों के लोगों को सीधा लाभ

देवघर : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार, 24 अगस्त 2021 को ऑनलाइन माध्यम से देवघर में निर्माणाधीन एम्स की ओपीडी सेवा का उदघाटन किया। इसके उदघाटन के मौके पर उन्होंने कहा कि एम्स से इस क्षेत्र के लाखों लोगों को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध होगी। साथ ही दूर दराज से ईलाज कराने के लिए आए लोगों को रात्रि विश्राम गृह में ठहरने की सुविधा भी मिलेगी।
आज एम्स, देवघर में ओपीडी, तथा रात्रि विश्राम गृह सुविधा का उद्घाटन किया।एम्स से इस क्षेत्र के लाखों लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी, साथ ही दूर दराज के क्षेत्र से ईलाज करने आए लोगों को रात्रि विश्राम गृह में ठहरने की सुविधा मिलेगी। pic.twitter.com/e9NfMJY1RQ
— Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) August 24, 2021
देवघर की भौगोलिक स्थिति के कारण तीन राज्यों झारखंड, बिहार व पश्चिम बंगाल के लोगों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। देवघर झारखंड में ऐसी जगह स्थित है, जो बिहार व पश्चिम बंगाल से सीधे तौर पर सटा हुआ है। मनसुख मंडाविया ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यहां आने वाले रोगियों की अपेक्षाओं पर यहां के डाक्टर खरे उतरेंगे।
मेरे लिये ये बहुत हर्ष का विषय है कि बाबा बैद्यनाथ जी की धरती पर एम्स के OPD और रात्रि विश्राम गृह का उद्घाटन करने का अवसर मुझे मिला। pic.twitter.com/IxQe72zgUO
— Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) August 24, 2021
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जून 2022 तक एम्स देवघर का निर्माण पूरा हो जाएगा। यहां एमबीबीएस के पहले बैच की पढाई 2019-20 में शुरू हो गयी है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने इसीआरपी के तहत झारखंड को अबतक 262 करोड़ रुप्ये की मदद की ताकि ताकि कोविड से निबटने के लिए आधारभूत संरचना का विकास किया जा सके।
देवघर एम्स की ओर से ओपीडी पूछताछ के लिए दो नंबर जारी किए गए हैं, जो इस प्रकार हैं :9471392740 और 9341709348.
फिलहाल देवघर की ओपीडी में 12 विभागों की स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी और 40 डॉक्टर मरीजों का इलाज करेंगे। ओपीडी में जेनरल मेडिसीन, जेनरल सर्जरी, शिशु रोग विभाग, हड्डी रोग विभाग, मनोरोग विभाग, स्त्री रोग विभाग, नेत्र रोग विभाग, नाक कान एवं गला रोग विभाग, चर्म रोग विभाग, सांस रोग विभाग, कैंसर रोग विभाग के डॉक्टरों द्वारा संबंधित बीमारियों का इलाज किया जाएगा। मरीजों को सस्ती दर पर दवाएं भी उपलब्ध करायी जाएंगी। दवाओं पर 60 प्रतिशत तक की छूट हासिल होगी। 40 कमरों का ओपीडी तैयार किया गया है।
विभिन्न प्रकार की जांच की दर भी न्यूनतम रखी गयी है, जो न्यूनतम 25 रुपये से अधिकतम 400 रुपये तक है। 30 रुपये में मरीज रजिस्ट्रेशन करा कर उसके आधार पर एक साल तक इलाज करा सकेंगे। अगर मरीज की इलाज के दौरान स्थिति बिगड़ती है तो उसे आपात स्थिति में भर्ती भी लिया जाएगा। वार्ड में ऑक्सीजन सुविधा भी उपलब्ध होगी।
एम्स देवघर में संताल परगना में होने वाली बीमारियों पर भी शोध किया जाएगा संताल परगना में कई अज्ञात बीमारियों के कारण विशेष तौर पर आदिवासी समुदाय की जीवन प्रत्याशा कम है। ऐसे में यह हर दृष्टिकोण से लाभकारी होगा। एम्स का निर्माण पूर्ण होने पर देवघर की अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी और रोजगार के कई वैकल्पिक साधन उपलब्ध होंगे।