चेन्नई से सुरक्षित झारखंड लौटे पाकुड़ के पांच आदिवासी श्रमिक, भाजपा कार्यकर्ताओं ने की मदद

जमशेदपुर : चेन्नई से 5 आदिवासी प्रवासी मजदूर सुरक्षित अपने प्रदेश झारखंड लौट आए हैं. ये मजदूर शनिवार को भूखे पेट जमशेदपुर के करणडीह पहुंचे, जिनकी स्थानीय भाजपा नेता रमेश हांसदा ने मदद की. साकची के एक होटल में रमेश हांसदा ने इन लोगों के भोजन का प्रबंध किया और फिर पार्टी कार्यालय लाकर उन्हें बस से पाकुड़ भेजने का प्रबंध किया. वे शनिवार की रात पाकुड़ के लिए रवाना होंगे और रविवार सुबह पहुंचेंगे.

रमेश हांसदा ने कहा कि संताल परगना झामुमो का गढ है फिर भी सरकार को वहां के आदिवासियों से कोई मतलब नहीं है. मजदूरों का सहयोग करने वालों मे रमेश बास्के, बिना नंद सिरका, संजय मुंडा, आशुतोष दास, महाबीर कर्मकार, विनोद गुप्ता आदि भी शामिल हैं.
मजदूरों की मदद के लिए दुमका के सामाजिक कार्यकर्ता सच्चिदानंद सोरेन ने भी विभिन्न लोगों को ट्वीट किया था व मदद की गुहार लगायी थी.
@HemantSorenJMM @JharkhandCMO @dcpakur @JMM_Pakur
जमशेदपुर में पाकुड़ ज़िला के मजदूरों को घर वापस आने के लिये मदद कि जरूरत हैं।
करीब शाम को 4 बजे कालीचरण हांसदा जी ने फोन किया और कहा की आपके राज्य के कुछ आदिवासी मजदूर लोग भुनेश्वर में फस गए है,इन्हें काम के pic.twitter.com/x4ju2lA5Lg— SACHCHIDANAND SOREN (@Sachchidanand_S) October 23, 2020
अन्य प्रांतों से आने वाले मजदूर का नाम :
कानहू सोरेन, डाहरलामी लिट्टीपड़ा, पाकुड़
रावण हांसदा, दोमहानि, पाकुड़िया
राजेश मुर्मू, सोनाढानी लिट्टीपाड़ा
शिवधन मुर्मू बरामसिया, लिट्टीपाड़ा
विभीषण टुडू.