रांची: दिउड़ी मंदिर में तालाबंदी मामले को लेकर तमाड़-बुंडू बंद का व्यापक असर, सड़क पर उतरे लोग
दिउड़ी मंदिर ट्रस्ट के गठन का हो रहा विरोध
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधायक विकास कुमार मुंडा की ओर से आठ करोड़ रुपये की लागत से होनेवाले सौंदर्यीकरण कार्य का शिलान्यास छह माह पूर्व किया गया था. ग्रामीणों ने सौंदर्यीकरण के कार्य को भी रोके रखा है.
रांची: तमाड़ स्थित मां सोलहभुजी दिउड़ी मंदिर के संचालन को लेकर ट्रस्ट के गठन विरोध में हिंदू संगठनों की ओर से आज बुलाए गए तमाड़-बुंडू बंद का व्यापक असर पड़ा है। हिंदू संगठन गुरुवार को स्थानीय आवासीियों की ओर से दिउड़ी मंदिर में ताला जड़ दिए जाने का विरोध कर रहे थे। बंद बुलाए जाने के कारण ज्यादातर दुकानें बंद नजर आ रही है. लोग तालाबंदी करने वालों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। बंद के समर्थन में स्थानीय दुकानदारों ने भी अपनी दुकानों को बंद कर रखा है। हिंदू संगठनों के लोगों का आरोप है कि मंदिर में ताला लगाने से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई है.
बंद का व्यापक असर
बुंडू और तमाड़ में बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. सभी दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद है. लोगों ने मंदिर में ताला लगाने वालों के खिलाफ नारेबाजी की और उनकी गिरफ्तारी की मांग की. स्थानीय प्रशासन ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए गुरूवार को ही मंदिर में लगे ताला को खुलवाने का प्रयास किया और ताला लगाने वालों की पहचान करने के लिए जांच शुरू कर दी है. वहीं ग्रामीणों का कहना था कि उनकी सहमति के बगैर ट्रस्ट का गठन किया गया है, जो नियम विरुद्ध है. दिउड़ी मंदिर के सौंदर्यीकरण कार्य के शिलान्यास के बाद से ही उनकी अनदेखी की जा रही है.
बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधायक विकास कुमार मुंडा की ओर से आठ करोड़ रुपये की लागत से होनेवाले सौंदर्यीकरण कार्य का शिलान्यास छह माह पूर्व किया गया था. ग्रामीणों ने सौंदर्यीकरण के कार्य को भी रोके रखा है. ग्रामीणों का कहना था कि जब तक नियम के तहत ट्रस्ट का गठन नहीं हो जाता है, तब तक वे मंदिर के सौंदर्यीकरण कार्य के लिए तैयार नहीं हैं.