बाबुल सुप्रियो अमित शाह व जेपी नड्डा के समझाने पर भी राजनीति छोड़ने पर कायम, पर नहीं छोड़ेंगे संसद सदस्यता

नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी से पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट से सांसद बाबुल सुप्रियो राजनीति छोड़ने के फैसले पर कायम हैं। सोमवार को शाम में उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिल्ली आवास में इस संबंध में मुलाकात की और उसके बाद भी अपने इस फैसले पर कायम हैं कि अब उन्हें राजनीति नहीं करनी है। हालांकि उनके फैसले में थोड़ा सा बदलाव यह आया है कि वे संसद की सदस्यता नहीं छोड़ेंगे और उसका कार्यकाल पूरा करेंगे।

सांसद के रूप में सरकार से जो घर मुझे मिला है, मैं वह घर छोड़ दूंगा। केंद्र सरकार से मिली सुरक्षा को भी मैं छोड़ रहा हूं। मैं संवैधानिक तरीके से आसनसोल के लिए काम करूंगा लेकिन किसी राजनीतिक कार्यक्रम में अब आप मुझे नहीं देखेंगे: बाबुल सुप्रियो (2/2) https://t.co/07DU81rKqH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 2, 2021
हाल में मोदी कैबिनेट विस्तार के दौरान मंत्री परिषद से बाहर किए गए बाबुल सुप्रियो ने कहा कि वे संवैधानिक तरीके से आसनसोल के लिए काम करते रहेंगे, लेकिन किसी राजनीतिक कार्यक्रम में वे शामिल नहीं होंगे।
गायक से राजनेता बने बाबुल सुप्रियो ने पिछले सप्ताह एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए राजनीति छोड़ने का ऐलान किया था। हाल के उनकी गतिविधियों से यह धारणा बनी है कि मंत्री पद से हटाए जाने की वजह से वे आहत हैं।
बाबुल 2014 व 2019 में लगातार दो बार आसनसोल सीट से सांसद चुने गए हैं। इस साल हुए पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव में टालीगंज से भाजपा ने उन्हें चुनाव मैदान में उतारा था, लेकिन वे करीब 50 हजार मतों से हार गए। समझा जाता है कि बाबुल सुप्रियो के केंद्रीय मंत्री रहते हुए भी इस बड़ी हार को भाजपा हाईकमान पचा नहीं पाया।