अर्थव्यवस्था व मिडिल क्लास को ध्यान में रखकर बनाया गया है बजट : रोहित प्रकाश

रांची : कोरोना की मार के बाद साल 2023 का बजट उम्मीद देने का काम करेगा इसमें सबके लिए कुछ न कुछ है। नारी सशक्तीकरण से लेकर इज आफ डूइंग बिजनेस सब पर ध्यान दिया गया है।

एग्री स्टार्टअप के लिए एग्रीकल्चर क्रेडिट टारगेट ₹20 लाख करोड़ किया गया, कृषि से जुड़े स्टार्ट अप्स को प्राथमिकता देना भी एक अच्छा कदम है।
आम आदमी के लिए टैक्स स्लैब में बदलाव से लोग ज्यादा से ज्यादा टैक्स रिटर्न फाइल करेंगे। आसान भाषा में टैक्स बदलाव को ऐसे समझा जा सकता है जिससे नई और पुरानी स्लैब का कन्फ्यूजन दूर हो सके –
1. अगर आप नई टैक्स प्रणाली के अंतर्गत अपना इनकम टैक्स भर रहे हैं, तो सरकार द्वारा स्टैंडर्ड डिडक्शन को 50000 से बढ़ाकर 52500 प्रति साल कर दिया गया है। अधिकतम टैक्सपेयर अभी भी पुरानी टैक्स प्रणाली के तहत ही अपना टैक्स भरते हैं, क्योंकि उसमें कई छूट (होम लोन, घर का किराया और अन्य) मिलती हैं जो नई प्रणाली में नहीं मिलती हैं।
2. 7 लाख रुपये तक सालाना कमाई करने वाले लोगों को अब जीरो टैक्स देना होगा। ऐसा तब होगा जब वह अपना टैक्स नई प्रणाली के अंतर्गत भरते हैं और अपनी बचत से जुड़ी सभी जानकारी सरकार को देते हैं।
3. भारत में सर्वाधिक इनकम टैक्स 42.7 फीसदी है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है. इसे अब 39 फीसदी तक ला दिया गया है, जो कि अगले वित्तीय वर्ष से लागू किया जाएगा. ध्यान रहे कि यह टैक्स 5 करोड़ सालाना कमाने वाले लोगों को देना होता है।
4. अगर आप 9 लाख रुपये प्रति साल तक कमाते हैं, तब सालाना आपको 45 हजार रुपये तक टैक्स देना पड़ सकता है। यानी आप 5 फीसदी इनकम टैक्स दे रहे हैं।