Koderma News: रमजानुल का तीसरा जुम्मा, लोगाे ने पूरे अकीदत के साथ मस्जिदों में अदा किया
नमाजियों ने अल्लाह ताअला की बारगाह में हाथ उठाकर मुल्क में अमन-चैन की दुआं मांगी

जिला के विभिन्न मस्जिदों में वहां के इमामो ने जुमा की नमाज़ अदा कराई। मौके पर ऑलमाओ ने रमजान- उल मुबारक की फजीलत लोगों को बताया। जामा मस्जिद असनाबाद में मौलाना सरफराज अहमद ने नमाज अदा कराई।
कोडरमा: रमजान उल मुबारक का तीसरा जुम्मा लोगों ने पूरे अकीदत के साथ नमाज अदा किया। जुमा की नमाज़ के बाद सैकड़ो हाथ अल्लाह ताअला की बारगाह में उठे और पूरे देश में अमन चैन व भाई चारगी की दुआ मांगी। जिला के तमाम मस्जिदों में लोग जुमा की नमाज़ ऐहतमाम के साथ अदा किया। मस्जिदों में नमाज अदा करने वालों में सुबह से ही उत्साह देखा गया। अजान होते ही लोग मस्जिदों की ओर रुख कर दिए। जुमा की नमाज़ को लेकर सैकड़ों की संख्या में लोग मस्जिदों में सामूहिक रूप से जुमा की नमाज अदा किया। जिला के विभिन्न मस्जिदों में वहां के इमामो ने जुमा की नमाज़ अदा कराई। मौके पर ऑलमाओ ने रमजान- उल मुबारक की फजीलत लोगों को बताया। जामा मस्जिद असनाबाद में मौलाना सरफराज अहमद ने नमाज अदा कराई।
रमजान में की गई हर नेकी का सवाब सत्तर गुना बढ़ जाता है- मौलाना अख्तर

उन्होंने कहा कि इस्लाम की पांच बुनियादों में रोजा भी शामिल है और इस पर अमल के लिए ही अल्लाह ने रमजान का महीना मुकर्रर किया है। खुद अल्लाह ने कुरान शरीफ में इस महीने का जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि इंसान के अंदर जिस्म और रूह है। आम दिनों में उसका पूरा ध्यान खाना-पीना और दीगर जिस्मानी जरूरतों पर रहता है, लेकिन असल चीज उसकी रूह है। इसी की तरबीयत और पाकीजगी के लिए अल्लाह ने रमजान बनाया है। रमजान में की गई हर नेकी का सवाब कई गुना बढ़ जाता है। इस महीने में एक रकात नमाज अदा करने का सवाब 70 गुना हो जाता है। साथ ही इस माह में दोजख (नरक) के दरवाजे भी बंद कर दिए जाते हैं।