Koderma News: श्री कोडरमा गौशाला समिति ने किया चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन
बच्चों ने चित्रों में गौ-सेवा और पशु-कल्याण का दिया संदेश
कई चित्रों में गौ-सेवा को आधुनिक समाज के लिए अनिवार्य बताया गया, जबकि सीनियर छात्रों ने पशु क्रूरता को रोकने और उनके अधिकारों के प्रति संवेदनशीलता का संदेश दिया.
कोडरमा: श्री कोडरमा गौशाला समिति द्वारा बुधवार को शिव वाटिका में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 11 बजे चित्रकला प्रतियोगिता के साथ हुई. जिले के प्रमुख स्कूलों मे पीवीएसएस डीएवी पब्लिक स्कूल, ग्रिजली विद्यालय, सेक्रेड हार्ट स्कूल, सीडी गर्ल्स स्कूल, केंद्रीय विद्यालय, जीएस पब्लिक स्कूल, मॉडर्न पब्लिक स्कूल, मेरिडियन अकादमी, विवेकानंद कॉन्वेंट स्कूल, कैलाश राय सरस्वती विद्यालय और चाइल्ड प्रोग्रेसिव स्कूल के छात्र-छात्राओं ने प्रतियोगिता में भाग लिया.
प्रतियोगिता में 64 प्रतिभागियों को दो वर्गों में विभाजित किया गया. जूनियर ग्रुप में कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों ने आधुनिक समाज में ‘गौशाला का महत्व’ विषय पर चित्र बनाकर गौशालाओं की उपयोगिता को रेखांकित किया. वहीं, सीनियर ग्रुप में कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों ने पशु अधिकार और कल्याण की रक्षा विषय पर चित्र बनाकर पशु संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का संदेश दिया. बच्चों ने अपने चित्रों में गौशालाओं की महत्ता, गौ माता के प्रति सम्मान, पर्यावरण संरक्षण में गौवंश की भूमिका, और पशुओं के अधिकारों को खूबसूरती से दर्शाया. कई चित्रों में गौ-सेवा को आधुनिक समाज के लिए अनिवार्य बताया गया, जबकि सीनियर छात्रों ने पशु क्रूरता को रोकने और उनके अधिकारों के प्रति संवेदनशीलता का संदेश दिया.
कार्यक्रम के परियोजना निदेशक सारिका लाड्ढा और नेहा बजाज थीं, जबकि निर्णायक मंडल में आशीष ठाकुर, तनीषा पांड्या, और चंदन कुमार शामिल थे. गौशाला समिति के कोषाध्यक्ष अविनाश सेठ ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों के मन में गौ-सेवा और पशु कल्याण के संस्कार पैदा करना है, जो आज की युवा पीढ़ी में कम होते जा रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि गौ माता के प्रति जागरूकता बढ़ाना समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है.
समिति के सदस्य संजय अग्रवाल ने बताया कि यह देखना प्रेरणादायक है कि स्कूली बच्चे गौशाला की यात्रा के दौरान अपनी पॉकेट मनी से दान देकर गौ-सेवा में योगदान करते हैं. समिति के ओमप्रकाश निरंजन ने कहा कि विजयी बच्चों को देर शाम सम्मानित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य बच्चों में रचनात्मकता के साथ-साथ गौ-सेवा और पशु कल्याण के प्रति जागरूकता पैदा करना है. कार्यक्रम में रितेश लोहानी, अरुण कुमार दास, सुधांशु कुमार, शिक्षक और कई विद्यालयों के बच्चे उपस्थित थे.