संजय मेहता के प्रचार वाहन पर हमला, भगवान बिरसा मुंडा की तस्वीर फाड़ने से जनता में आक्रोश
संजय मेहता ने इसे झारखंड की संस्कृति और पहचान पर बताया हमला
संजय मेहता ने कहा, भगवान बिरसा मुंडा हर झारखंडी के दिल में बसे हैं. उनकी तस्वीर को फाड़ना सिर्फ मेरी नहीं, बल्कि पूरे झारखंड की अस्मिता का अपमान है. यह घटना हमारे अधिकारों और पहचान पर हमला है.
हजारीबाग: मांडू विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे झारखंड बचाओ क्रांति सेना समिति (जेबीकेएसएस) के केंद्रीय अध्यक्ष संजय कुमार मेहता के प्रचार वाहन पर रविवार को एक बार फिर हमला हुआ. उनके प्रचार वाहन पर लगे पोस्टर और बैनर फाड़ दिए गए. इस घटना ने तब और गंभीर रूप ले लिया जब हमलावरों ने भगवान बिरसा मुंडा की तस्वीर को भी फाड़ कर नुकसान पहुंचाया.
संजय मेहता ने इस घटना पर गहरी पीड़ा व्यक्त की और कहा, "भगवान बिरसा मुंडा हर झारखंडी के दिल में बसे हैं. उनकी तस्वीर को फाड़ना सिर्फ मेरी नहीं, बल्कि पूरे झारखंड की अस्मिता का अपमान है. यह घटना हमारे अधिकारों और पहचान पर हमला है. लेकिन मैं झारखंड के हक और सम्मान की इस लड़ाई में पीछे नहीं हटूंगा."
उन्होंने जनता से भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि यह हमला केवल उनके काफिले पर नहीं, बल्कि हर उस झारखंडी के स्वाभिमान पर है जो भगवान बिरसा मुंडा को अपना प्रेरणास्रोत मानता है. "मैं इस संघर्ष में आपके बेटे की तरह लड़ रहा हूँ. आपका आशीर्वाद और समर्थन ही मेरी ताकत है. हम मिलकर एक नए झारखंड का निर्माण करेंगे."
घटना के बाद क्षेत्र की जनता में गुस्सा देखा गया. कई लोग संजय मेहता के समर्थन में सामने आए और इस कृत्य की निंदा की. उन्होंने इसे झारखंड की संस्कृति और पहचान पर हमला बताया.
संजय मेहता ने जनता से आग्रह किया कि वे 20 नवंबर को ईवीएम पर क्रमांक संख्या 18 के सामने हेलमेट छाप पर वोट देकर इस अपमान का जवाब दें और झारखंड की अस्मिता को बचाने में अपनी भूमिका निभाएं. उनका कहना है कि यह चुनाव केवल सत्ता परिवर्तन का नहीं, बल्कि झारखंड को उसकी पहचान और गौरव लौटाने का है.
इस घटना ने संजय मेहता के अभियान को और अधिक भावनात्मक बना दिया है. क्षेत्र के लोगों का समर्थन उनके साथ मजबूती से खड़ा है. झारखंड के हक की इस लड़ाई में संजय मेहता जनता के सच्चे प्रतिनिधि के रूप में उभर रहे हैं.