Hazaribagh News: कटकमसांडी प्रखंड के आंगनबाड़ी केन्द्रों में लटका ताला
183 सेविका एवं सहायिका ने शुरू किया अनिश्चितकालीन हड़ताल
सीटू के राज्य सचिव संजय पासवान ने कहा, झारखंड सरकार की कैबिनेट ने नियमावली में संशोधन का जो प्रस्ताव पारित किया गया है, वह सेविका सहायिकाओं के लिए सिर्फ लॉलीपॉप है.
हजारीबाग: पांच अक्टूबर से अपने आठ सूत्री मांगों को लेकर कटकमसांडी प्रखण्ड की 183 सेविका एवं सहायिका बेमियादी हड़ताल पर चली गयी हैं. सेविका एवं सहायिका के हड़ताल पर रहने के कारण सभी 183 आंगनबाड़ी केंद्रों पर ताला लटका है. इस कारण केंद्र पर संचालित होने वाले स्कूल पूर्व शिक्षा,पोषाहार सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रम बाधित है.
विदित हो कि सेविका सहायिकाओं की आठ सूत्री मांगों में वेतनमान देने, सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार ग्रेच्युटी देने, रिटायरमेंट के बाद सेविका को 10 लाख एवं सहायिका को 5 लाख एकमुश्त राशि देने, वेतन का 50 प्रतिशत पेंशन देने और मार्केट रेट पर पोषाहार राशि देने की प्रमुख मांग शामिल है. इधर मंगलवार की देर रात को झारखंड सरकार की कैबिनेट बैठक में आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं के नियमावली में संशोधन करने का प्रस्ताव लाया गया था.
सीटू के राज्य सचिव संजय पासवान का कहना है कि झारखंड सरकार की कैबिनेट ने नियमावली में संशोधन का जो प्रस्ताव पारित किया गया है, वह सेविका सहायिकाओं के लिए सिर्फ लॉलीपॉप है. हर साल मानदेय बढ़ाने की प्रक्रिया सरल करने और जुलाई 2023 से एरियर के साथ लागू करने और अनुकम्पा में बहुलता शब्द को हटा दिया गया है जो कि नाकाफी है. इधर प्रखण्ड की सेविका सहायिका संघ की रजनी देवी,रीना देवी,संजू देवी,नूरी नाज,रुवेदा खातून,अजमेरी खातून ने बताया कि जब तक सरकार हमारी मांगे पूरी नही करती है तो हड़ताल जारी रहेगा.