विलुप्त हो रहे खाद्य पदार्थों की उपज बढ़ाने की है आवश्यकता: अशोक यादव
35वीं बटालियन सशस्त्र सीमा बल ने मनाया 61वां स्थापना दिवस
35वीं बटालियन सशस्त्र सीमा बल के 61वें स्थापना दिवस के अवसर पर परोसे गए बाजरा व मक्के की रोटी.
गिरिडीह: 35वीं बटालियन सशस्त्र सीमा बल के 61वें स्थापना दिवस के अवसर पर बुधवार को तिसरी कैंप में इंस्पेक्टर जयदीप सिंह के अध्यक्षता में समाजसेवी, संस्था संचालक, शिक्षक, बच्चे और किसान के साथ पुलिस और पब्लिक की दूरी को पाटने के उद्देश्य से सामाजिक लोगो के साथ कार्यक्रम आयोजित किया गया है. उन्होंने कहा, इन दिनों लोग अपने खेतो में मेहनत नही करना चाहते है. जिस कारण बाजार से खाद्य पदार्थ लाकर उपयोग करते है. बाजार में मिलने वाले खाद्य पदार्थो में रसायनिक खाद्य की मात्रा अधिक होने के कारण लोग गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं. गंभीर बीमारी से बचने के लिए स्वयं खेतो में मेहनत करने की जरूरत है. खेतों को उपजाऊ बनाने के लिए रसायनिक पदार्थ के स्थान पर खार पतवार, गोबर इत्यादि खेत में डालना चाहिए.
सवेरा फाउंडेशन सचिव अशोक यादव ने कहा, पहले लोग अपने खेतो में उपजाया हुआ ज्वार, बाजरा, मक्का का भोजन करते थे. आज के लोग इसकी खेती ही नही करते हैं, जिस कारण बाजारों में भी मिलना मुश्किल हो गया है. उन्होंने कहा, किसानों को जागरूक कर विलुप्त हो रहे खाद्य पदार्थो को उपजाने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है. अपने खेतों में बिना रसायनिक पदार्थ डाले उपजा हुआ पदार्थ खाएंगे तो बीमार नहीं पड़ेंगे.
कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात सभी ने एक साथ मिल बैठ कर बाजरी रोटी, मडुआ की रोटी, मडूआ की खीर, मक्का की रोटी और दाल का भोजन किया. इस मौके पर तिसरी दक्षिणी भाग के जिला परिषद रामकुमार रावत, सवेरा फाउंडेशन कार्यकर्ता संजय कुमार, दिनेश कुमार, श्रीतमा पाल सुखमती मरांडी, बेबी देवी, वन पाल अभिमीत राज, सामाजिक परिवर्तन कार्यकर्ता पवन कुमार यादव, मनोहर कुमार पांडेय, मनोज कुमार सिन्हा, शिक्षक सरहद अंसारी समेत दर्जनों लोग शामिल थे.