बैक फूट पर भाजपा! पंच प्रण से गायब हुआ बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा
मंईया सम्मान की तर्ज पर गो-गो दीदी योजना
सियासी जानकार इसकी प्रमुख वजह हेमंत सरकार की बहुचर्चित योजना मंईयां सम्मान योजना को बता रहे हैं. उनका दावा है कि जिस तरीके से मंईयां सम्मान योजना को लेकर कल्पना सोरेन पूरे झारखंड का दौरा कर रही है और सभाओं में जन सैलाब उमड़ रहा है. उसका दवाब भाजपा के अंदर दिखने लगा है, मंईया सम्मान योजना की तर्ज पर गो-गो दीदी योजना का वादा उसी दबाव का नतीजा है,
रांची:सियासत में उलटबासियों का भी एक अपना अंदाज होता है, कब कौन सा तीर छोड़ना है और कब किस मुद्दे को नेपथ्य में डालना है, राजनेताओं को इसमें महारत हासिल होती है. कुछ यही नजारा भाजपा की ओर से जारी पंच प्रण में देखने को मिला, नेता विपक्ष अमर बाउरी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल और हिमंता विश्व सरमा की मौजूदगी में पार्टी जारी पंच प्रण में बांग्लादेशी घुसपैठिया का सवाल गायब था. वह सियासी मुद्दा जिस पर पिछले कुछ महीनों से भाजपा फ्रंट फूट पर खेल रही थी, अचानक से उसकी प्राथमिकता से बाहर हो गया. इसके बदले में पांच सौ रुपये में सिलेंडर, हर वर्ष दो सिलेडंर मुफ्त, युवाओं को रोजगार और गो-गो दीदी योजना के तहत हर महीने 21 सौ रुपये देने की घोषणा की गयी. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर भाजपा को बांग्लादेशी घुसपैठिया के सवाल पर बैक फूट पर क्यों आना पड़ा. आखिर इसके पीछे भाजपा की मजबूरी और सियासत क्या है?
मंईया सम्मान की तर्ज पर गो-गो दीदी योजना
सियासी जानकार इसकी प्रमुख वजह हेमंत सरकार की बहुचर्चित योजना मंईयां सम्मान योजना को बता रहे हैं. उनका दावा है कि जिस तरीके से मंईयां सम्मान योजना को लेकर कल्पना सोरेन पूरे झारखंड का दौरा कर रही है और सभाओं में जन सैलाब उमड़ रहा है. उसका दवाब भाजपा के अंदर दिखने लगा है, मंईया सम्मान योजना की तर्ज पर गो-गो दीदी योजना का वादा उसी दबाव का नतीजा है, भाजपा के रणनीतिकारों को यह विश्वास होने लगा है कि यदि झारखंड में कमल खिलाना है तो उसकी नाव बांग्लादेशी घुसपैठिया के सहारे पार नहीं होने वाली है, क्योंकि बांग्लादेशी घुसपैठिया का तीर ना तो संताल जमीन पर कोई असर दिखला रहा है ना ही संताल के बाहर ही यह कोई व्यापक मुद्दा बन पा रहा है. इसके विपरीत कल्पना सोरेन मंईया सम्मान योजना को पोस्टर बॉय के रुप में सामने आ रही है, हर गुजरते दिन के साथ इसके लाभार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, जिसकी कीमत भाजपा को चुकानी पड़ सकती है और इसी की काट में पंच प्रण में गो गोगे दीदी योजना और मुफ्त सिलेंडर को स्थान दिया गया है.