मध्यप्रदेश में कल शक्ति परीक्षण, कांग्रेस व भाजपा ने व्हिप जारी किया

अब यह लगभग साफ हो गया है कि कल मध्यप्रदेश विधानसभा में शक्ति परीक्षण होगा. कांग्रेस व भाजपा दोनों दलों ने आज रात अपने-अपने विधायकों को सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी कर दिया.
मध्यप्रदेश: बहुमत परीक्षण को लेकर बीजेपी और कांग्रेस ने अपने विधायकों को व्हिप जारी की.@ThePrintHindi pic.twitter.com/pxJBnh00rY— Rahul Sampal राहुल संपाल (@sampalrahul) March 19, 2020
भोपाल/नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार को कल यानी 19 मार्च को सदन के पटल पर बहुमत साबित करने का आदेश दिया है. इस फैसले के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश के हर पहलू का अध्ययन करेंगे, अपने कानूनी विशेषज्ञों से चर्चा करेंगे और उनकी सलाह के आधार पर कोई भी फैसला लेंगे.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ: हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश (कल विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने) के हर पहलू का अध्ययन करेंगे, अपने कानूनी विशेषज्ञों से चर्चा करेंगे और उनकी सलाह के आधार पर कोई भी फैसला लेंगे। (फाइल फोटो) #MadhyaPradesh pic.twitter.com/lhqe8JWpqD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 19, 2020
वहीं, मध्यप्रदेश कांग्रेस के एक अन्य नेता पीसी शर्मा ने कहा कि कल हम बहुमत साबित करेंगे. उन्होंने कहा कि बेंगलुरु से 16 विधायकों को लाने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं, कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने भी कहा है कि हम कल फ्लोर टेस्ट में पास हो जाएंगे.
उधर, दिल्ली में आज ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्यप्रदेश से आने वाले केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात व चर्चा की है. समझा जाता है कि दोनों नेताओं ने राज्य के राजनीतिक हालात पर बात की है और आगे की रणनीति तय की है. सिंधिया खुद कांग्रेस छोड़ भाजपा में आ गए हैं और उनके समर्थक 22 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है, जिसमें छह मंत्री हैं. मंत्रियों का इस्तीफा कमलनाथ ने स्वीकार कर लिया है, लेकिन 16 विधायकों के मामले में पेंच फंसा हुआ है. इन विधायकों को मनाने दिग्विजय सिंह कल ही बेंगलुरु पहुंचे लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो सकी.
दिल्ली: भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के आवास पहुंचे। सुप्रीम कोर्ट ने कल मध्यप्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है। pic.twitter.com/X6zNbjnkER
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भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर कहा है कि उन्हें पूरा भरोसा है कि कमलनाथ सरकार विश्वास मत हासिल नहीं कर सकेगी और इसके बाद नयी सरकार का मार्ग प्रशस्त होगा. शिवराज खुद एक बार सरकार बनाने के दावेदार हैं.