यूपी विधानसभा चुनाव से पहले PM मोदी ने राज्य में नौ मेडिकल कॉलेजों का किया उदघाटन

सिद्धार्थनगर (उत्तरप्रदेश) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को उत्तरप्रदेश के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने उन्होंने सिद्धार्थनगर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए राज्य में नौ मेडिकल कॉलेजों का उदघाटन किया जो हाल में बने हैं। ये मेडिकल कॉलेज 2,329 करोड़ रुपये की लागत से बने हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 9 नए मेडिकल कॉलेजों के निर्माण से क़रीब 2500 नए बेड तैयार हुए हैं, 5,000 से अधिक डॉक्टर और पैरामेडिक्स के लिए रोज़गार के नए अवसर बने हैं। इसके साथ ही हर वर्ष सैकड़ों युवाओं के लिए मेडिकल की पढ़ाई का नया रास्ता खुला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस पूर्वांचल को पहले की सरकारों ने बीमारियों से जूझने के लिए छोड़ दिया था, वो ही अब पूर्वी भारत का मेडिकल हब बनेगा। जिस पूर्वांचल की छवि पिछली सरकारों ने खराब कर दी थी, वो ही पूर्वांचल पूर्वी भारत को सेहत का नया उजाला देने वाला है। पीएम ने कहा कि जो पहले थे उनकी प्राथमिकता अपने लिए कमाना और अपने परिवार की तिजोरी भरना था। हमारी प्राथमिकता गरीब का पैसा बचाना और गरीब के परिवार को मूलभूत सुविधाएं देना है।
पीएम ने कहा, योगी सरकार से पहले जो सरकार थी उसने अपने कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में सिर्फ 6 मेडिकल कॉलेज बनवाए थे। योगी जी के कार्यकाल में 16 मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुके हैं और 30 नए मेडिकल कॉलेजों पर तेज़ी से काम चल रहा है। 2014 से पहले देश में मेडिकल की सीटें 90,000 से भी कम थीं, देश में बीते 7 वर्षों में मेडिकल की 60,000 नई सीटें जोड़ी गयी हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा क्या कभी किसी को याद आता है कि उत्तर प्रदेश के इतिहास में कभी एक साथ इतने मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण हुआ हो? पहले ऐसा क्यों नहीं होता था और अब ऐसा क्यों हो रहा है? इसका एक ही कारण है. राजनीतिक इच्छाशक्ति और राजनीतिक प्राथमिकता।
वहीं, उत्तर्रपदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 1947 के पहले उत्तर प्रदेश में 3-4 मेडिकल कॉलेज थे, 1947 से 2016 तक उत्तर प्रदेश में सरकारी क्षेत्र में केवल 12 मेडिकल कॉलेज बन पाए थे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने उस समय देश का स्वास्थ्य बजट लगभग 33,000 करोड़ था, उनके 7 साल के कार्यकाल में स्वास्थ्य पर होने वाला खर्च क़रीब 8 गुना बढ़ गया है। इस साल सरकार स्वास्थ्य पर लगभग सवा दो लाख करोड़ खर्च करने जा रही है।