#MPFloorTest मध्यप्रदेश : गवर्नर लालजी टंडन ने कमलनाथ को बहुमत साबित करने का आदेश दिया

भोपाल : मध्यप्रदेश के राजनीतिक घटनाक्र्रम आज तेजी से बदला. आज बजट सत्र का पहला दिन था और परंपरा के अनुसार, गवर्नर लालजी टंडन को अभिभाषण देना था, उन्होंने दिया भी लेकिन सीएम कमलनाथ से नाराजगी वश पूरा भाषण नहीं पढा. अब उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ को फिर से दूसरा आदेश दिया है कि वे सदन में कल यानी 17 मार्च को बहुमत साबित करें. मालूम कि इससे पहले राज्यपाल ने शनिवार को कमलनाथ को पत्र लिख कर कहा था कि वे 16 मार्च को उनके अभिभाषण के तुरंत बाद बहुमत साबित करें.
मध्य प्रदेश राज्यपाल लाल जी टंडन ने CM कमलनाथ को लिखित संदेश में कहा: कल 17 मार्च तक मध्य प्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट करवाएं तथा अपना बहुमत सिद्ध करें, अन्यथा यह माना जाएगा कि वास्तव में आपको विधानसभा में बहुमत प्राप्त नहीं है। #MadhyaPradeshCrisis pic.twitter.com/LiorYrN4Ir— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 16, 2020
गवर्नर ने तब अपने पत्र में कहा था कि मीडिया रिपोर्टाें पर उनकी नजर है और राजनीतिक घटनाक्रम से प्रतीत होता है कि उनकी सरकार को अब सदन का विश्वास हासिल नहीं है. आज गवर्नर ने अपने दूसरे पत्र में सबसे पहले मुख्यमंत्री के पत्र की भाषा के प्रति रोष जताया है लिखा है कि यह संसदीय मर्यादा के अनुरूप नहीं है. गवर्नर ने पत्र में कहा है कि सर्वाेच्च न्यायालय के बहुत सारे निर्णयों से निर्विवाद रूप से यह स्पष्ट है कि किसी सरकार को बहुमत है या नहीं इसका पता सदन के पटल पर ही चल सकता है. आप नीचे के ट्वीट लिंक में पत्र की पूरी काॅपी पढ सकते हैं. मालूम हो कि आज सत्र को कोरोना वायरस का हवाला देते हुए 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
उधर, आज शिवराज सिंह चैहान के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने गवर्नर लालजी टंडन से भेंट की. शिवराज ने गवर्नर के समक्ष 106 विधायकों की परेड करायी और कमलनाथ सरकार पर अल्पमत में होने की बात कहते हुए अप्रत्यक्ष रूप से सरकार बनाने की पेशकश भी कर दी. उन्होंने कहा कि बहुमत भाजपा के पास है. मालूम हो कि कांग्रेस में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक 22 विधायकों ने विधायकी से इस्तीफा दे दिया है. सिंधिया खुद भाजपा में चले गए हैं और उनके समर्थकों ने भी कहा है कि वे वहीं जाएंगे जहां उनके नेता जाएंगे.