कांग्रेस ने इरफान अंसारी पर लगे आरोपों को बताया निराधार, प्रतिनिधिमंडल पहुंचा चुनाव आयोग
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने सीईओ को ज्ञापन सौंप कर मामले से कराया अवगत
कांग्रेस नेता डॉ. राजेश गुप्ता, राजन वर्मा एवं प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि डॉ. इरफान अंसारी हमेशा से भाजपा नेताओं के निशाने पर रहते है. उन पर लगाया गया आरोप निराधार है.
रांची: झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी का एक प्रतिनिधिमंडल ने आज चुनाव आयोग में राज्य मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मिल कर एक ज्ञापन और पेन ड्राइव सौंपा. जिसमें भाजपा द्वारा जामताड़ा के कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. इरफान अंसारी पर लगाये जा रहे आरोप की सत्यता का प्रमाण था.
मौके पर कांग्रेस नेता डॉ. राजेश गुप्ता “छोटू” राजन वर्मा एवं प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शहदेव ने कहा कि डॉ. इरफान अंसारी हमेशा से भाजपा नेताओं के निशाने पर रहते है. उन पर लगाया गया आरोप निराधार है. भाजपा जामताड़ा के चुनाव में काफी पीछे है. चुनाव में बने रहने के उद्देश्य से इस प्रकार का आरोप लगाया गया है. हम सभी जानते है कि लोकसभा के चुनाव में भी भाजपा जामताड़ा विधानसभा से भारी मतों से हारी थी.
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयुक्त से कहा कि भाजपा के द्वारा सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो प्रसारित किया जा रहा है. इस विकृत वीडियो को सोशल मीडिया पर प्रसारित कर कांग्रेस प्रत्याशी एवं पार्टी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है. मूल वीडियो में डॉ. इरफान द्वारा सीता सोरेन का नाम तक नहीं लिया है और न ही किसी प्रकार की अनुचित भाषा का प्रयोग किया है. इसके बावजूद भाजपा द्वारा इस वीडियो को राजनीतिक लाभ लेने के लिए तोड़-मरोड़ कर प्रसारित किया गया है, जिससे जनता के बीच कांग्रेस प्रत्याशी की गलत छवि बनाने का प्रयास हो रहा है. डॉ इरफान असारी अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं और उनकी लोकप्रियता न केवल अल्पसंख्यक बल्कि सभी समुदायों में हैं. ऐसे में डॉ. इरफान अंसारी के छवि को ही नहीं पाटी की छवि को आघात पहुंचा है. यह जामताड़ा की जनता को गुमराह करने का भी एक सुनियोजित षड्यंत्र है.
इसी प्रकार का गलत प्रचार भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन और उनकी बेटी द्वारा पूर्व के लोकसभा चुनाव के दौरान भी किया गया था. उस समय उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष एवं नाला विधायक रविंद्र नाथ महतो और उनके बेटे पर झूठे आरोप लगाए थे, जिसे जॉच के बाद गलत पाया गया था.
पार्टी की ओर से आग्रह किया गया कि भविष्य में ऐसे किसी भी प्रकार के झूठे एवं भ्रामक प्रचार पर रोक लगाने हेतु सख्त से सख्त कदम उठाए जाएं ताकि चुनावी प्रक्रिया निष्पक्ष एवं स्वच्छ बनी रहे और भविष्य में इस तरह की घटना की पुनावृत्ति न हो सके.