पीएम मोदी ही हमारा चेहरा, हेमंत सरकार की विदाई तय: विकास प्रीतम सिन्हा
भाजपा में बगावत के दावे पर विकास प्रीतम सिन्हा से समृद्ध झारखंड की खास बातचीत
आप तक जो खबर पहुंची है, उसका सच्चाई से दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है, ना तो हमने टिकट की दावेदारी पेश की है, ना ही मेरा नाम किसी सूची में गया है. फिलहाल हम अपनी जिम्मेवारी का निर्वाह कर रहे हैं.
समृद्ध झारखंड के साथ खास बातचीत में झारखंड भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष विकास प्रीतम सिन्हा ने बगावत की तमाम खबरों को नकारते हुए दावा किया कि हमारा चेहरा पीएम मोदी है, राज्य दर राज्य हमने इसी चेहरे पर ही जीत दर्ज की है, भाजपा की जीत तय है, हेमंत सरकार की नाकामियों से जनता उब चुकी है, हेमंत सरकार ने किसी भी वादे को पूरा नहीं किया, हर मोर्चे पर फेल रही. इस खास बातचीत का चुनिंदा अंश
समृद्ध झारखंडः बंग्लादेशी घुसैपठियों को कान पकड़ कर निकालने के बजाय भाजपा के अंदर यह भगदड़ क्यों मची है? बांग्लादेशी घुसैपठिया को निकालने के बजाय अब भाजपा कार्यकर्ता ही कान पकड़ कर भाजपा से निकल रहे हैं? केदार हाजरा के बाद अब राज पालिवाल, ताला मरांडी को लेकर पाला बदलने की खबर आ रही है?
विकास प्रीतम सिन्हा: भाजपा के अंदर टिकट देने की एक खास प्रक्रिया होती है, हर कार्यकर्ता को इसका पालन करना होता है, जिन लोगों को अपना टिकट संकट में दिख रहा है, अब वे बांग्लादेशी घुसपैठियों के साथ जा रहे हैं.
समृद्ध झारखंडः लेकिन बांग्लादेशी घुसपैठियों को तो तब ही निकाल बाहर करना संभव है, जब भाजपा मजबूत हो, इस हालत में तो भाजपा कमजोर हो रही है?
विकास प्रीतम सिन्हा: चुनाव के दौरान हर बार और हर पार्टी के सामने इस तरह की परिस्थितियां पैदा होती है. समय के साथ सब कुछ सामान्य हो जाता है.
समृद्ध झारखंडः झारखंड चुनाव सह प्रभारी हिमंता विश्व सरमा ने दावा किया था कि चुनाव की अधिसूचना जारी होने के 48 घंटे के अंदर अंदर 98 फीसदी उम्मीदवारों का एलान कर दिया जायेगा, लेकिन आज चार दिन गुजरने के बावजूद वह सूची गायब है, इसके पीछे कोई विशेष रणनीति है या फिर भाजपा का उहापोह?
विकास प्रीतम सिन्हा: कोई ऊहापोह की स्थिति नहीं है, ना ही विशेष रणनीति है, भाजपा के अंदर उम्मीदवार घोषित करने की एक खास प्रक्रिया होती है. कई स्तरों पर उसकी छानबीन होती है.
समृद्ध झारखंड: दावा तो 48 घंटों का किया गया था, जिन बगावती चेहरों की हमने बात की है, वह भी इस सूची का इंतजार कर रहे हैं, यदि टिकट नहीं देते हैं, तो कमसे कम नाम कटने की औपचारिक जानकारी तो दे दीजिये, ताकि वह किसी विकल्प की तलाश कर सकें?
विकास प्रीतम सिन्हा: क्या अब तक झामुमो कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों का एलान कर दिया है. हमारी सूची भी जल्द आयेगी. थोड़ा इंतजार कीजिये.
समृद्ध झारखंड: भाजपा की हालत यह है कि उसके पूर्व प्रदेश अध्यक्ष को एक अदद टिकट की चाहत में जयराम महतो की पार्टी झारखंड लोकतांत्रिक मोर्चा से गुहार लगानी पड़ रही है?
विकास प्रीतम सिन्हा: पार्टी सही समय पर ही अपनी सूची जारी करेगी और सही चेहरे पर ही दांव लगायेगी, यह एक अनुशासित पार्टी है. किसी खास चेहरे की चाहत में कोई भी फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया जायेगा.
समृद्ध झारखंड: भाजपा आजसू की ओर से जिस तरीके से सीट शेयरिंग का एलान किया गया है, जदयू उसे स्वीकार करने को तैयार नहीं है, दो सीट तो किसी भी कीमत पर स्वीकार करने तैयार नहीं है. जीतन राम मांझी ने भी अपना पत्ता नहीं खोला है, तो क्या एनडीए बिखराव की ओर बढ़ रहा है?
विकास प्रीतम सिन्हा: सीट दे दी गयी है, जदयू को अपने केन्द्रीय नेतृत्व से बात करनी चाहिए, शायद प्रादेशिक और केन्द्रीय नेतृत्व के बीच सामंजस्य का अभाव है. जहां तक जीतन राम मांझी की बात है, वह केन्द्रीय स्तर पर एनडीए का हिस्सा हैं, लेकिन झारखंड में जदयू, लोजपा, आजसू और भाजपा ही एनडीए का हिस्सा है.
समृद्ध झारखंड: भाजपा के अंदर इतनी खेमेवाजी क्यों नजर आती है? खबर यह है कि जैसे ही डॉ मंजू कुमारी को पार्टी में शामिल करवाया गया, उसी वक्त प्रदेश भाजपा में खुसुर-फुसुर की शुरुआत हो गयी. दावा तो यह भी किया जाता है कि केदार हाजरा की बगावत भी प्रदेश भाजपा की गुटबाजी का नतीजा है?
विकास प्रीतम सिन्हा: भाजपा में किसी को भी पार्टी के वादे के साथ शामिल नहीं करवाया जाता, डॉ मंजू कुमारी ने भाजपा में शामिल होने का फैसला किया, और पार्टी ने उन्हे इस योग्य मान, कुल बात यही है. इतनी बड़ी पार्टी में कुछ मुद्दे पर मतभेद भी सकते हैं, लेकिन अंतिम लक्ष्य पार्टी को मजबूती प्रदान करना ही होता है.
समृद्ध झारखंड: झारखंड में भाजपा के पांच पूर्व सीएम हैं, बावजूद इस बाराती का दुल्हा कौन है? क्या बगैर दुल्हा का ही बाराती निकाला जायेगा और जो भी रास्ते में मिलेगा उसे वर माला पहना दी जायेगी?
विकास प्रीतम सिन्हा: हमारा चेहरा पीएम मोदी हैं. उनके चेहरे पर ही जनता अपनी मुहर लगायेगी, और भी कई राज्यों में हमने सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा और जीता भी है, यहां भी हम भारी बहुमत से सरकार बनाने जा रहे हैं.
समृद्ध झारखंड: आप तो भाजपा के राष्ट्रीय कमेटी में प्रचार सह प्रभारी थें, फिर डिमोट होकर झारखंड कैसे पहुंचे?
विकास प्रीतम सिन्हा: कोई डिमोशन नहीं है, हम आज भी राष्ट्रीय कमेटी में प्रचार सह प्रभारी की भूमिका में है. यह पार्टी का निर्देश है कि अपने राज्य में जाकर पार्टी को मजबूती प्रदान कीजिये और मैं पार्टी के उसी निर्देश का अनुपालन कर रहा हूं.
समृद्ध झारखंड: सियासी गलियारों में यह उछलता रहता है कि आपकी चाहत गिरिडीह से चुनाव लड़ने की है.इसके पीछे कितनी सच्चाई है?
विकास प्रीतम सिन्हा: आप तक जो खबर पहुंची है, उसका सच्चाई से दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है, ना तो हमने टिकट की दावेदारी पेश की है, ना ही मेरा नाम किसी सूची में गया है. फिलहाल हम अपनी जिम्मेवारी का निर्वाह कर रहे हैं.